जाहिर है सुबह छै बजे तक उठ जाना सबको चाय देना, बच्चों को उठा कर स्कूल के लिए तैयार करना और उनके टिफिन बना कर देना और फिर बाकी दिन के कामों में नॉन स्टॉप लग जाना, बेहद थका देने वाला रुटीन है। ऊपर से इस सबसे कोई वेकेशन या हॉलीडे नहीं है। बिना शक ये शादी के साइड इफेक्ट हैं। पर इसके बावजूद हम कहेंगे कि शादी ही आपको अच्छी सेहत और लंबी उम्र दे सकती है, क्या आपको यकीन नहीं तो हम बताते हैं कैसे।
लंबी उम्र का राज है शादी
ये बात हम यूंही नहीं कह रहे बल्कि कई अमेरिकन रिसर्च के बाद प्रूव हुआ है कि शादीशुदा महिलाओं को लीवर सिरोसिस और ओवेरियन कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बैचलर्स के मुकाबले 20 प्रतिशत तक कम पाया गया है। वहीं विवाहित पुरूष भी अपने कुंवारे साथियों की तुलना में ज्यादा लंबी उमर तक जीते हैं। इसकी वजह यही है कि विवाहित लोगों की जिंदगी में कोई होता है जो उन्हें समय पर डाक्टर को दिखाने और एक नियमित जीवन जीने के लिए टोकने के लिए मौजूद होता है।
बीमारियों का कम खतरा
एक स्वीडिश रिसर्च से साबित हुआ है कि डिमनेशिया जैसी बीमारी के साथ साथ शादीशुदा लोगों को हार्ट अटैक, कैंसर और निमोनिया जैसी बीमारी होने का खतरा अविवाहितों के मुकाबले कम होता है। एक अन्य रिसर्च बताती है कि विवाहितों को अलझायिमर और दूसरी दूसरी क्रॉनिक ब्रेन और इमोशन रिलेटेड बीमारियां भी कम होती है। यहां ये स्पष्ट नहीं है कि मर्द या औरत में किसे ज्यादा फायदा होता है।
डिप्रेशन में कमी
आपने शादी के बाद होने वाले डिप्रेशन के बारे में जरूर पढ़ा या सुना होगा पर सच्चाई यही है कि खुशहाल शादियों में इसका कोई खतरा नहीं होता है। बल्कि अगर शादीशुदा जिंदगी अच्छी है तो इसका प्रतिशत तेजी से घट जाता है। ओहयो स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में बताया गया है कि जो लोग शादी से पहले डिप्रेशन में थे और मनोचिकित्सकों से मेडिकल हेल्प ले रहे थे वे शादी के बाद अपने अविवाहित साथियों के कंपेरिजन में तेजी से रिकवर हुए। ये भी देखा गया है कि स्थायी शादी के बाद महिलाओं के बिपोलर डिस्ऑर्डर में कमी आती है। मर्दो के मामले में क्या ट्रेंड ये पता नहीं चला है। रिसर्च कहती है कि जब आपके पास कोई बात करने के लिए होता है तो आपको डिप्रेशन कम होता है और ज्यादातर शादियों में ऐसा हमेशा होता है।
तनाव में कमी
अगर आप समझते हैं की औरतों को पुरूषों के मुकाबले तनाव ज्यादा होता है तो आप गलत हैं और यहां भी शादी महत्वपूर्ण हैं। औरते अपनी शादीशुदा जिंदगी व्यस्तताओं और जिम्मेदारियों के बीच अपनी समस्यायें आसानी से भुला देती हैं इसलिए वे कम तनावग्रस्त होती हैं। वहीं मर्दों के साथ ऐसा नहीं है वे तनाव से मुश्किल से निकल पाते हैं। पर शादी पुरूषों के लिए भी तनाव पैदा करने वाली स्थितियों में रुकावट पैदा करती है और इसीलिए विवाहित आदमी कम तनाव में आते हैं।
शादी में सेक्स भी है सेहत का राज
बिना शक सही है एक अच्छी शादी में अच्छे फिजिकल रिलेशन होते हैं जो तनाव, और डिप्रेशन से दूर करते हैं और ऐसे लोग खुश रहते हैं। यानि उनको हार्ट अटैक, ब्लडप्रेशर और सरदर्द से जुड़े रोग कम होते हैं। यहां ये भी पता चला है की शादी के इस पहलू का फायदा मर्दों को औरतों से ज्यादा होता है। इसकी वजह ये भी है कि महिलाओं को लगता है इस मामले उन्हें उतना अप्रिशिएसन नहीं मिलता जितना वो डिजर्व करती हैं।
बहरहाल ये सब फायदे एक ही शर्त पर मिलते हैं और वो है खुशहाल और स्ट्रांग बांडिंग वाली शादी। तो अपने रिश्ते में खुशी, प्यार और समण्दारी बनाए रखिए और एक स्वस्थ और लंबी जिंदगी जीने का आनंद उठाइये।
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