कानपुर (फीचर डेस्क)। इन फिल्मी सितारों ने इस साल यानी की 2019 में दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया...
शौकत आजमी
एक्ट्रेस शबाना आजमी की मदर शौकात आजमी (शौकत कैफी) ने 22 नवंबर को 93 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। वह लंबे वक्त से बीमार थीं। वह कई फिल्मों और प्लेज में नजर आई थीं। बाजार, उमराव जान, फासला, नैना, सलाम बॉम्बे उनकी कुछ यादगार मूवीज हैं।
खैय्याम
लेजेंड्री म्यूजिक कम्पोजर मोहम्मद जहूर खैय्याम हाशमी 19 अगस्त को हमें अलविदा कह गए। उन्होंने कभी-कभी और उमराव जान जैसी बहुत सी मूवीज में यादगार म्यूजिक दिया था। 'दिखाई दिए','आजा रे', 'तेरे चेहरे से' जैसे उनके गाने लोगों को मुंह जुबानी याद हैं।
जे ओम प्रकाश
जाने-माने फिल्ममेकर और रितिक रोशन के नाना जे ओम प्रकाश ने 9 अगस्त को 92 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उन्होंने 1974 में आई राजेश खन्ना स्टारर मूवी आपकी कसम से डायरेक्टर के तौर पर डेब्यू किया था। फिर उन्होंने आशिक हूं बहारों का और आखिर क्यों? जैसी मूवीज बनाईं।
श्रीराम लागू
दिग्गज एक्टर श्रीराम लागू का 17 दिसंबर को 92 साल की उम्र में निधन हुआ। उन्होंने अपने कई दशक लंबे करियर में 250 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। हिंदी के साथ-साथ वह मराठी मूवीज और थिएटर के जाने-माने एक्टर थे। वह एक 'ईएनटी' सर्जन भी थे।
विजू खोटे
ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले में 'कालिया' का यादगार किरदार निभाकर फेम हासिल करने वाले विजू खोटे ने 77 साल की उम्र में 30 सितंबर को मुंबई में अपनी आखिरी सांस ली। उन्होंने लगभग 440 फिल्मों में काम किया था। इनकी मौत मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से हुई थी।
विद्या सिन्हा
रजनीगंधा, पति पत्नी और वो, छोटी सी बात जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में नजर आईं विद्या सिन्हा का निधन 15 अगस्त को 72 साल की उम्र में हुआ। उन्होंने 'मिस बॉम्बे' का टाइटल भी जीता था। आखिरी बार वह टीवी शो कुल्फी कुमार बाजेवाला में नजर आई थीं।
गिरीश कर्नाड
पद्मश्री, पद्म भूषण, नेशनल अवॉर्ड, फिल्मफेयर जैसे कई अवॉड्र्स अपने नाम करने वाले जाने-माने फिल्म और थिएटर पर्सनैलिटी गिरीश कर्नाड 10 जून को इस दुनिया से रुख्सत हुए। जबरदस्त एक्टर के साथ-साथ वह लाजवाब राइटर और डायरेक्टर भी थे। उनकी आखिरी हिंदी मूवी टाइगर जिंदा है थी।
वीरू देवगन
80 के दशक के सबसे बेहतरीन एक्शन डायरेक्टर्स में से एक अजय देवगन के फादर वीरू देवगन ने 27 मई को अपनी अंतिम सांस ली। उन्होंने अपना करियर 1974 में रोटी कपड़ा और मकान मूवी से शुरू किया था। 1999 में आई हिंदुस्तान की कसम से उन्होंने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया।
राज कुमार बड़जात्या
मूवी प्रोड्यूसर राज कुमार बड़जात्या ने हम साथ-साथ हैं, हम आपके हैं कौन, मैंने प्यार किया, प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्में बनाई थीं। उन्होंने 21 फरवरी को हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वह जाने-जाने फिल्ममेकर सूरज बड़जात्या के फादर थे।
श्याम रामसे
इंडिया में हॉरर मूवीज को एक अलग मकाम पर ले जाने वाले 'रामसे ब्रदर्स' के सात भाईयों में से एक श्याम रामसे का इस साल 18 सितंबर को 67 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें 'रामसे ब्रदर्स' ग्रुप का हेड माना जाता था। उन्होंने दरवाजा, पुराना मंदिर, वीराना जैसी कई हॉरर मूवीज बनाई थीं।
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