फ़्रैंच मीडिया में ये ख़बरें आई हैं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक़ उन्होंने अपनी रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला है कि अराफ़ात की मौत ‘सामान्य संक्रमण’ की वजह से हुई.
इससे पहले स्विस वैज्ञानिकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि उनके शरीर पर हुए टेस्ट में पोलोनियम की ‘अप्रत्याशित ऊंची’ प्रक्रिया का पता चला था.
स्विस वैज्ञानिकों की रिपोर्ट से ‘आंशिक तौर पर’ फ़लस्तीनियों के इस विश्वास को बल मिला था कि उन्हें ज़हर दिया गया था.
अराफ़ात के आधिकारिक मेडिकल रिकॉर्ड्स बताते हैं कि उनकी मौत 2004 में ख़ून के संक्रमण की वजह से पड़े दौरे से हुई थी. उस वक़्त फ़्रांसीसी डॉक्टर मौके पर नहीं थे जो यह बता सकते कि इस संक्रमण की वजह क्या थी.
उनकी हत्या के दावों- प्रतिदावों के बीच शव की पिछले साल जांच पड़ताल की गई थी. कई फ़लस्तीनियों ने इसके पीछे इसरायल का हाथ होने की बात कही थी, जिससे इसरायल हमेशा इनकार करता रहा है.
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