बंगलुरु (पीटीआई)। स्मार्टफोन व स्मार्ट टीवी बनाने वाली कंपनी शाओमी इस साल से अपने स्मार्टफोन में इसरो की टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करेगा। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) का अपना एक नैविगेशन सैटेलाइन सिस्टम NavICहै, जो अब शाओमी के फोन में यूज किया जाएगा। नैविक (NavIC) इसरो द्वारा बनाई गई रीजनल जियो पोजीशन ट्रैकिंग सिस्टम है, जो भारत में किसी भी जगह की सटीक स्थिति बता सकती है। यही नहीं भारत से 1500 किमी दूर तक किसी भी लोकेशन को इसके जरिए ट्रैक किया जा सकता है।
शाओमी के सभी फोन में मिलेगा ये सुविधा
इस टेक्नोलॉजी को लेकर शाओमी ने बयान जारी करते हुए कहा, 'नैविक सिस्टम वर्तमान में क्वालकॉम द्वारा इनेबल किया गया है और बहुत जल्द भारत में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन बेस्ड सभी शाओमी स्मार्टफोन में उपलब्ध करा दिया जाएगा। साल 2020 में आने वाले सभी प्राइस रेंज के शाओमी स्मार्टफोन में नैविक सिस्टम होगा। इसरो के इस सॉफ्टवेयर को लेकर काफी रिसर्च के बाद यह संभव हो पाया है। कंपनी का कहना है कि, शाओमी के इस कदम से उनके मेक इन इंडिया मूव को बढ़ावा मिलता है जो भारत में बनी टेक्नोलॉजी को अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल कर रहा। यह पहली बार है जब शाओमी इसरो के साथ मिलकर नई टेक्नोलॉजी का यूज करेगी।
क्या है इसकी खासियत
नैविक में सात उपग्रह शामिल हैं, जिनमें से तीन उपग्रह हैं हिंद महासागर पर भूस्थैतिक कक्षा में घूम रहे। जबकि चार जियोसिंक्रोनस ऑर्बिट में है जो 20 मीटर तक की नीचे की चीजे ट्रैक कर सकता है। नैविक के अन्य की फीचर्स पर नजर डालें तो यह शहर से दूर-दराज के इलाकों में काफी कारगर साबित होगा। शाओमी के साथ नैविक टेक्नोलॉजी शेयरिंग को लेकर इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन, ने कहा कि NavIC की खोज एक महत्वपूर्ण कदम है। रोजमर्रा के उपयोग के लिए हर किसी के लिए इसे सुलभ बनाने के लिए उत्सुक है।