डिजाइन और बिल्ड
सबसे पहले हम अगर Redmi 1S के वजन को देखें तो यह बहुत ही लाइटवेट वाला स्मार्टफोन है, जिसे आप आसानी से कैरी कर सकते हैं. इसके अलावा इसकी डिजाइन की बात करें तो इसमें 3 रेड कैपेसिटिव बटन मिलेंगे. इसके अलावा एलईडी नोटिफिकेशन लाइट भी होम स्क्रीन के नीचे मौजूद है. Redmi 1S का बैक कवर रिमूवेबेल है, साथ ही ड्यूल सिम फैसेलिटी के साथ-साथ माइक्रोएसडी कार्ड की सुविधा है. इसका रियर कैमरा बीच में बना हुआ है. हालांकि अगर इसमें यूज की गई प्लॉस्टिक की बात करें तो यह मोटो ई से काफी पीछे रह गया.
डिस्प्ले एंड परफार्मेंस
अब अगर Redmi 1S के परफार्मेंस की बात की जाये तो इसमें आपको थोड़ा कंप्रोमाइज करना पड़ेगा. Redmi 1S में कंपनी ने 1.6GHz का क्वॉड कोर प्रोसेसर लगाया हुआ है, फिर भी यह उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है. अगर हम Moto E के साथ कंपरेजिन करें तो Moto E कर परफार्मेंस कहीं ज्यादा बेहतर है., जबकि उसमें ड्यूल कोर प्रोसेसर लगा हुआ है. अब यूजर इंटरफेस पर गौर करें तो Redmi 1S में अगर आप कई एप जगलिंग कर रहे हैं, तो आपको काफी परेशानी हो सकती है. इसमें आप कई एप एक साथ रन करा रहे हैं तो इसकी परफार्मेंस गिर जाती है. इसके साथ ही इसका किल एप बटन आपको जिंजरब्रेड की याद दिला देगा. इसके अलावा डिस्प्ले के मामले में भी यह पीछे रह गया. आप जैसे ही ब्राइटनेस कम करते हैं तो आपको इमेज इनसिपिड दिखाई देगी.
कैमरा और बैटरी
Redmi 1S के कैमरे की बात करें तो यह सिर्फ कैसुअली फोटोग्राफी के लिये बना हुआ है. अगर आप चाहते हैं कि इससे आप सीरियस फोटोग्राफ्स खींस सकते हैं, तो आपको अपना प्लान बदलना ही होगा. हालांकि जहां तक Redmi 1S के बैटरी बैक-अप का सवाल है, तो इसमें आपको सुविधा अच्छी मिलेगी. इसकी बैटरी को आप एक बार पूरी तरह से चार्ज कर लेंगे, तो फिर यह 14 घंटो तक आसानी से चल सकता है. हालांकि अगर जियोमी को अपना यह हैडसेट पॉपुलर करवाना है तो कुछ फीचर्स को इंप्रूव करना पड़ेगा, वरना अगर एक बार यूजर्स ने कंप्लेन करना शुरू कर दिया फिर इसको वापस स्टेब्लाइज्ड करना काफी मुश्किल हो सकता है.
courtesy: Tech2
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