नई दिल्ली (एएनआई)। ओलंपियन पहलवान और 2022 कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स के गोल्‍ड मेडलिस्‍ट बजरंग पुनिया ने शुक्रवार को कहा कि वे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ लड़ रहे हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से उनकी मांगों को सुनने की अपील की। दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, रवि दहिया और दीपक पुनिया सहित अन्य खिलाड़ी राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई और इसके अध्यक्ष बृजभूषण सरन सिंह के खिलाफ बुधवार से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं।

महासंघ को पूरी तरह से बदलने की मांग
पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और उसके कोचों द्वारा महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और महासंघ के कामकाज में मिस मैनेजमेंट के आरोप लगाए हैं। उन्होंने महासंघ को पूरी तरह से बदलने की मांग की। पुनिया ने विरोध के तीसरे दिन दिल्ली में जंतर मंतर पर कहा, "हमें दुख है कि एथलीटों को अपनी प्रैक्‍टिस छोड़कर यहां विरोध में बैठना पड़ रहा है। हमारी लड़ाई केवल भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ है। हम पीएम, गृहमंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री से हमारी मांगों को सुनने की अपील करते हैं।'

ओलंपिक संघ की अध्यक्ष को लिखा लेटर
पुनिया ने कहा कि प्रदर्शनकारी पहलवान डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के आगे आने का इंतजार कर रहे हैं और वे कुश्ती की युवा पीढ़ी के लिए लड़ रहे हैं। 2022 CWG स्वर्ण पदक विजेता ने कहा, "हम बृजभूषण शरण सिंह के आगे आने का इंतजार कर रहे हैं। हम यहां अपने करियर को जोखिम में डालकर आए हैं। यह लड़ाई हमारे युवा पहलवानों के लिए है, जो कुश्ती का भविष्य हैं।" मीडिया से बात करने से पहले, विरोध करने वाले पहलवानों ने शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को एक लेटर लिखा, जिसमें रेसलिंग फेडरेशन इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सरन सिंह के खिलाफ "यौन उत्पीड़न" की शिकायत की गई थी।