23 मंजिला ईमारत के बराबर ऊंचा 63.8 टन वजनी
यह रॉकेट 230 फुट ऊंचा है मतलब किसी 23 मंजिल ईमारत के बराबर। इसका वजन 63.8 टन है, जो दो स्पेस शटल के बराबर है। इसमें 27 मर्लिन इंजन लगे हैं। रॉकेट के साथ एक स्पोर्ट्स कार भी भेजी गई है। इस रॉकेट को केनेडी स्पेस सेंटर से लांच किया गया है। यहीं से सबसे पहले मून मिशन की शुरुआत की गई थी।
सीधा प्रसारण की व्यवस्था, कोकोआ बीच पर व्यवस्था
स्पेस सेंटर से 8 किमी दूर कोकोआ बीच पर दर्शकों को स्पेस लांचिंग का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए कैंपग्राउंड तैयार किया गया था। कंपनी के कर्मचारियों ने भी लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए लांचिंग का सीधा प्रसारण देखा। यह व्यवस्था उनके लिए हावथोर्न हेडक्वार्टर से की गई थी। कंपनी के कर्मचारी काफी उत्साह में थे। उनके लिए यह गर्व की बात थी।
सेटरन 5 के बाद सबसे ज्यादा वजन लेकर जाने वाला रॉकेट
यह पहली बार है कि किसी निजी कंपनी ने बिना सरकारी मदद के इतना बड़ा रॉकेट बनाया है। सेटरन 5 के बाद सबसे ज्यादा वजन ले जाने वाले रॉकेट के रूप में यह जाना जाएगा। इससे नासा को काफी मदद मिलेगी। सफल होने के बाद स्पेसएक्स एयरफोर्स के उपग्रहों को अंतरिक्ष में पहुंचाने का काम मिल सकता है। ये उपग्रह फल्कन 9 के लिए काफी भारी होते हैं।
भविष्य में चांद पर जा सकेंगे लोग
कंपनी का दावा है कि भविष्य में इस रॉकेट के जरिए लोगों को चांद पर भेजा जा सकेगा। रॉकेट फाल्कन हेवी को टेस्ला के बिलेनियर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने बनाया है। कंपनी पहले रॉकेट बूसटर्स का इस्तेमाल कर चुकी है। कंपनी ने इस रॉकेट की लांचिंग के साथ दुनिया में सबसे ताकतवर रॉकेट भेजने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
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