नहीं आया था कोई भूकंप
मेक्सिको सिटी (एएफपी)। फुटबॉल विश्व कप में मेक्सिको की जर्मनी पर जीत के बाद प्रशंसकों के जश्न से यहां 'कृत्रिम भूकंप' आने का एक ट्वीट वायरल हुआ था, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक कोई भूकंप नहीं आया था। रविवार को खेले गए इस मैच में मेक्सिको ने गत विजेता जर्मनी को 1-0 से हराया था। मेक्सिको की एक संस्था एसआइएमएमएसए (भौगोलिक और वायुमंडलीय अनुसंधान संस्थान) ने मैच के समय ट्वीट किया था, 'मेक्सिको सिटी में कृत्रिम भूकंप का पता चला है। ऐसा संभवत: विश्व कप मैच के दौरान हुए गोल के बाद लोगों के कूदने से 11 बजकर 32 मिनट पर हुआ।'मेक्सिको के प्रशंसकों द्वारा जश्न के कारण आए भूकंप की खबर को दुनिया भर की मीडिया ने प्रकाशित किया। मेक्सिको में भूकंप पर नजर रखने वाली सार्वजनिक संस्था राष्ट्रीय भूकंपीय सेवा (एसएसएन) ने हालांकि रविवार को मेक्सिको सिटी में किसी भी भूकंप की घोषणा नहीं की।
एक साथ कूदने से सिर्फ कंपन हुआ था
एसएसएन के सदस्य और नेशनल ऑटोनोमस यूनिवर्सिटी में भू-भौतिकी संस्थान की जयोलि रामिरेज कांपोस ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों के एक साथ कूदने से कंपन हो सकता है, लेकिन यह भूकंप के तरंगो से मेल नहीं खाता। कांपोस ने कहा, 'यह सही नहीं है कि मेक्सिको के गोल से भूकंप आया था। सिस्मोग्राफ पर सिग्नल तो दर्ज हुआ था लेकिन यह भूकंप की तरंगों से अलग था।'
सिसमोग्रॉफ पर किया गया रिकॉर्ड
बताते चलें कि दो दिन पहले मीडिया रिपोर्ट में मेक्सिको में भूकंप आने की खबर तेजी से वायरल हुई थी। रविवार को मॉस्को में दोनों टीमों के बीच सुबह 11 बजे मैच शुरु हुआ। आधे घंटे बाद जैसे ही मैक्सिको के खिलाड़ी हिरविंग लोजानो ने पहला गोल दागा तो मैक्सिको के फैंस में उत्साह भर गया, सभी जमकर जश्न मनाने लगे और कूदने लगे। इंस्टीट्यूट ऑफ जियोलॉजिकल एंड एटमॉस्फियर इनवेस्टिगेशन ने एक रिपोर्ट जारी करके कहा था कि, खेल के 35 मिनट बाद खिलाड़ी ने जैसे ही गोल दागा तो अगले सात सेकेंड में एक बड़ा झटका महसूस किया गया था। सिसमोग्राफ पर भी इसे रिकॉर्ड किया गया। यह एक ऑर्टिफिशियल भूकंप था जिसे भारी संख्या में लोगों द्वारा कूदे जाने पर पैदा हुआ था। खैर अब विशेषज्ञों ने इस बात का पूरी तरह से नकार दिया है।
एक मशहूर क्रिकेट अंपायर जिसे फुटबॉल वर्ल्ड कप मैच में बना दिया गया रेफरी
फीफा वर्ल्ड कप : जानें क्या होता है आत्मघाती गोल, जिसे करने पर एक खिलाड़ी को गंवानी पड़ी थी जान