ब्रिटेन में ‘सुपरमॉम’ बनने का प्रेशर फेस कर रही वीमेन शराब की लत में जकड़ती जा रही हैं और इसकी वजह से बच्चों की मेंटल हेल्थ पर खतरा मंडरा रहा है. टर्निंग पॉइंट के एक अध्ययन में बताया गया कि ब्रिटेन में 26 लाख बच्चे वैसे पैरेंट्स के साथ रह रहे हैं जो बेहद शराब पीते हैं.
‘डेली मेल’ की खबर में बताया गया कि पैरेन्ट्स में शराब की एवरेज डोस 30 units a day पाई गई जो कि सामान्य से से 10 गुना ज्यादा थी. मदर्स में यह 24 units a day तो फादर्स में 33 पाई गई.
रिसर्च में कहा गया है कि मां की ड्रिंकिंग हैबिट्स से बच्चे अकेले पड़ रहे हैं और डिप्रेसन और एंग्जाइटी की समस्याओं से पीड़ित हो रहे हैं. 2010-11 के दौरान 12,248 लोगों ने टर्निंग प्वाइंट की एल्कोहल ट्रीटमेंट सर्विस ली जिनमें आधे 5326 केसेस में मदर्स की ड्रिंकिंग हैबिट्स इसके लिये जिम्मेदार थी.
Turning point की रिपोर्ट में कहा गया कि 'A key issue was that mothers often felt under pressure to be "perfect" and that alcohol was a way of coping with the demands of motherhood. यानि मदर्स ने अक्सर पर्फेक्ट बनने का प्रेशर झेला और इस स्थिति में उन्हें शराब से सहारा मिला.
टर्निंग प्वाइंट के रीजनल मैनेजर Darren Woodward के मुताबिक घर में अगर किसी एडल्ट के साथ एल्कोहल की समस्या है तो बच्चों में उसके बढ़ने की पासिबिलिटी बढ़ जाती है.
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