नई दिल्ली (पीटीआई)। Delhi violence update: ताजा जानकारी के मुताबिक नार्थईस्ट दिल्ली में हिंसा फिर भड़क गई हैं। हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 पहुंच गई है। दिल्ली हिंसा को देखते हुए सरकार ने IPS अधिकारी एस एन श्रीवास्तव को CRPF से वापस बुला लिया गया है। उन्हें दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर के रूप में नियुक्त किया गया है। इसके अलावा हिंसा को देखते हुए CBSE बोर्ड ने बुधवार को होने वाले 10वीं और 12वीं के एग्जाम नार्थईस्ट दिल्ली के सेंटर्स के लिए पोस्टपोन कर दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि वे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप रंधावा ने कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है, ऐसे समय जब कि राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्से हिंसा की चपेट में हैं। रंधावा ने कहा कि हिंसा के संबंध में 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा, 'हम असामाजिक तत्वों का जवाब दे रहे हैं। पूर्वोत्तर दिल्ली में पर्याप्त बल तैनात किया गया है। आरएएफ और सीआरपीएफ को भी तैनात किया गया है।' उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
IPS officer S N Shrivastava repatriated from CRPF; joins as Special Commissioner Law and Order in Delhi Police: Order
— Press Trust of India (@PTI_News) February 25, 2020
पुलिस ने भजनपुरा, खुरेजी खास में किया फ्लैग मार्च
पुलिस ने आगजनी और पथराव के बाद मंगलवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के भजनपुरा और खुरेजी खास में फ्लैग मार्च किया। भजनपुरा में एक बैटरी की दुकान में आग लगा दी गई। दुकान में तोड़फोड़ की गई और जली हुई बैटरियों को सड़क पर फेंक दिया गया। स्थानीय निवासी राकेश कुमार ने कहा कि घटना दोपहर लगभग 3.30 बजे हुई। उन्होंने कहा, 'हमें नहीं पता कि हालात कैसे बिगड़े। हम अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। हमारे घर के पास इस तरह की स्थिति को देखकर मेरा परिवार डर गया है।' विशेष पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और प्रवीर रंजन ने फ्लैग मार्च का नेतृत्व किया। गोलचा, जो विशेष आयुक्त पुलिस (कानून और व्यवस्था उत्तरी सीमा), हैं ने कहा, हम उचित कार्रवाई कर रहे हैं। आवश्यक बल का इस्तेमाल किया जा रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस और हल्के लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया गया है। हम उपद्रवियों को हिरासत में लेंगे और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, 'क्षेत्र में फिलहाल पथराव बंद हो गया है। स्थिति नियंत्रण में आने तक हम यहां रहेंगे। यदि आवश्यक हुआ तो हम अतिरिक्त बल तैनात करेंगे।'
CBSE postpones Class 10, 12 exams in northeast Delhi scheduled on Wednesday, exams to be held in remaining areas as per schedule: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) February 25, 2020
दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई
दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा में शामिल लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग करने वाली याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी। मंगलवार को ही सुनवाई के लिए दलील का उल्लेख जस्टिस जी एस सिस्तानी और ए जे भंभानी की पीठ के समक्ष किया गया था। अदालत ने हालांकि कहा कि इस पर बुधवार को सुनवाई होगी। मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मंदर और कार्यकर्ता फराह नकवी द्वारा दायर याचिका में इस घटना की जांच और हिंसा में मारे गए और घायल हुए लोगों के मुआवजे के लिए एक एसआईटी गठित करने की मांग की गई है।
घायलों को बाइक और वैन पर लाया गया अस्पताल
पूर्वोत्तर दिल्ली में हुई हिंसक झड़पों में घायल हुए लोगों को बाइक और वैन से अस्पतालों में लाया जा रहा है, क्योंकि एंबुलेंस हिंसा प्रभावित इलाकों में अपना रास्ता बनाने में नाकाम हैं। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारी एंबुलेंस और अन्य वाहनों को रोक रहे थे। कांस्टेबल अमित कुमार, जिनके दाहिने हाथ पर चोट लगी, जब वे दो समूहों को एक-दूसरे पर पथराव करने से रोकने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें बाइक पर जगप्रवेश चंदर अस्पताल लाया गया। खुरेजी खास क्षेत्र में तैनात कुमार ने कहा, 'मैं खजूरी खास चौक पर एक दूसरे पर पथराव कर रहे दो समूहों को तितर-बितर करने की कोशिश कर रहा था और अचानक मेरे पीछे से कुछ टकराया। मुझे नहीं पता कि यह पत्थर था या कुछ और।'
पुलिस ने एक वैन से ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया
खुरेजी खास इलाके में झड़पों में घायल हुए कैफ (32) को पुलिस ने एक वैन से ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया। ऑटोरिक्शा चालक अपने वाहन को पार्क कर रहा था जब 25 से 30 लोगों की भीड़ ने उस पर पत्थरों से हमला किया। उन्होंने कहा कि उनके दोस्त ने उन्हें बचाया जब वह जमीन पर पड़ा था। कैफ के चेहरे और सिर के बाईं ओर चोट लगी है। बंदूक की गोली से घायल एक अन्य व्यक्ति को दो लोगों द्वारा बाइक पर गुरु तेग बहादुर अस्पताल ले जाया गया।
एक दूसरे पर पत्थर फेंके
घायलों को अस्पताल लाने वाले लोगों में से एक ने कहा कि मौजपुर चौक इलाके के कबीर नगर में गोलीबारी में घायल हुआ। पूर्वोत्तर दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) का समर्थन करने और विरोध करने वाले समूहों के बीच सोमवार को झड़पें हुईं, प्रदर्शनकारियों ने घरों, दुकानों और वाहनों को आग लगा दी और एक दूसरे पर पत्थर फेंके। शहर के चांदबाग और भजनपुरा इलाकों में भी हिंसा की सूचना मिली है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि झड़पों में मरने वालों की संख्या नौ हो गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल रतन लाल मारे गए लोगों में शामिल थे।
दिल्ली पुलिस की एक सशस्त्र बटालियन की तैनाती
अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली पुलिस की एक सशस्त्र बटालियन, जिसमें लगभग 1,000 कर्मी शामिल हैं, को दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात किया जा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक में इस बारे में बताया गया और इसमें दिल्ली के एलजी अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने भाग लिया। एक अधिकारी ने कहा कि बैठक में राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस-विधायक समन्वय बढ़ाने और समाज के सभी वर्गों, धर्मों और प्रतिष्ठित स्थानीय नागरिकों के प्रतिनिधियों के साथ शांति समितियों को सक्रिय बनाने का भी निर्णय लिया गया। अतिरिक्त बलों के साथ विशेष अधिकारियों को दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात किया जा रहा है। जहां एक पुलिसकर्मी सहित कम से कम सात लोग मारे गए थे।
National News inextlive from India News Desk