लदंन (PTI)। इटली में मौजूद पीसा की झुकी हुई मीनार साल 1280 से लेकर अब तक तमाम भूकंप झेलकर भी जैसी की तैसी खड़ी हुई है। करीब 200 सालों के दौरान 3 अलग अलग चरणों में बनाई गई यह मीनार बनने की शुरुआत से ही झुकना शुरु हो गई थी। यह मीनार करीब 5 डिग्री के एंगल पर झुकी हुई है। इसके अलावा इस क्षेत्र में सन 1280 से लेकर अब तक 4 बड़े भूकंप भी आ चुके हैं। फिर भी यह मीनार आखिर कैसे सलामत है। इस रहस्य को समझने के लिए यूं तो वैज्ञानिक काफी सालों से जुटे हुए हैं, लेकिन उन्हें इसका जवाब नहीं मिला। हाल ही में यूके की University of Bristol के 16 वैज्ञानिकों के दल ने इस मीनार को लेकर लंबी रिसर्च की, जिसका नतीजा काफी चौंकाने वाला था।
नींव की मिट्टी में ही छुपा है रहस्य
जब वैज्ञानिकों के दल ने मीनार के निर्माण संबंधी, जियोटेक्निकल और पहले आए भूकंप से संबंधित सभी डाटा को जुटाने के बाद जब अपनी रिसर्च की, तो वो लोग एक नतीजे पर पहुंचे। दरअसल इस झुकी हुई मीनार को भूकंप के दौरान भी बचाए रखने में इस टावर के नीचे की खास स्ट्रक्चर वाली मुलायम मिट्टी सबसे बड़ा योगदान है। दरअसल इस टावर की लंबी उचाई, उसका कड़ापन और उसके नींव की मुलायम मिट्टी मिलकर एक ऐसी स्थिति का निर्माण करते हैं, जिससे भूकंप के दौरान भी इस मीनार में कंपन नहीं होता।
मीनार के नीचे की मिट्टी ही इसकी जान है
खास बात यह है कि नींव की जिस मिट्टी के कारण यह टावर झुक गया, उसी मुलायम मिट्टी के कारण यह हर भूकंप को झेलकर भी आसानी से खड़ा है। इस रिसर्च से जुड़े यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के प्रोफेसर George Mylonakis बताते हैं कि आधारभूत तौर पर तो ऐसी मुलायम मिट्टी किसी भी बिल्डिंग या मीनार को बहुत आसानी से मलबे में तब्दील कर सकती है, लेकिन यही मिट्टी यहां पर इस टॉवर को भूकंपों के दौरान जमीन के वाइब्रेशन यानी कंपन से बचाती है। तभी तो इस मीनार पर किसी तरह के भूकंप का कोई असर आज तक नहीं हुआ, क्योंकि उस दौरान जमीन में होने वाला सारा कंपन तो टावर के नीचे की मुलायम मिट्टी खुद ही बर्दाश्त कर लेती है।
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