रास्ते में लोगों की उत्सुकता और परिजनों एवं सहकर्मियों की दिल्लगी का सामना करता रहा हूं. इसलिए गूगल ग्लास के बारे में कुछ नतीजे पर पहुंचने का समय आ गया है.

यह दुःखद है कि अपने वर्तमान स्वरूप और सॉफ्टवेयर के साथ गूगल ग्लास ने मुझे निराश किया. यह आकर्षक और एक हद तक बहुत ही शानदार उत्पाद है, लेकिन इसके बावजूद यह असफल उत्पाद है.

हालांकि सॉफ्टवेयर डेवलपर्स और सम्पन्न ग्राहकों में इसे अमरीका में खरीदने की होड़ लगी है, लेकिन मुझे लगता है कि विशुद्ध उपयोगिता के मामले में यह कोई ऐसा उत्पाद नहीं है जो बाज़ार के लिए एक आवश्यक उपकरण साबित हो.

आइए, एक नज़र डालते हैं इस ग्लास की खामियों और खूबियों पर.

कैसा दिखता है

कुछ सप्ताह पहले गूगल ने ग्लास के कुछ फ्रेम बाज़ार में उतारे थे. ये इसे कुछ स्टाइलिश बनाते हैं, लेकिन जितने लोगों से मैंने पूछा कि यह पहनने पर कैसा दिखता है तो अधिकांश लोगों ने एक ही बात कही- विचित्र.

कुछ लोगों के लिए यह सराहना जैसा है लेकिन गूगल बहुतायत आबादी के पास कुछ ऐसी चीज़ लेकर नहीं जाएगा जो उन्हें संकोच में डालता हो.

गूगल ग्लास क्यों फ्लॉप हुआ?

सार्वजनिक रूप से इसे पहनने का मतलब हर पांच मिनट में किसी को आगे जाने देने के लिए रुकना.

बहुत कम लोगों का, जिनमें मेरे दंतचिकित्सक भी शामिल हैं, सोचना है कि यह बहुत ही शानदार लगता है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि लोग इसे रोज़ पहनना चाहेंगे.

यूज़र इंटरफ़ेस

विभिन्न मेनू में जाने के लिए आपको उपकरण के एक ओर अपनी अंगुलियों को घुमाने की आदत डालनी पड़ती है, लेकिन यह बेढंगा लगता है और हर बार सॉफ्टवेयर अपडेट से उपकरण के बंद होने का ख़तरा होता है.

एक साधारण निर्देश के लिहाज से वॉइस कंट्रोल बहुत ही अच्छा है, लेकिन सर्च या कैप्शन के लिए टिप्पणी लिखने या कोई और काम करने में यह अनुपयोगी साबित होता है.

इसके साथ यह भी दिक़्क़त होती है कि गूगल मेरी ब्रिटिश अंग्रेज़ी नहीं समझता है.

कैमरा

इसके फ्रेम में लगा एक बहुत ही सूक्ष्म कैमरा कमोबेश इस उपकरण का सबसे उपयोगी पक्ष है.

मैंने इसका उपयोग तस्वीरें लेने में और हर तरह की स्थितियों में वीडियो बनाने में किया, मसलन, छत से फ़ुटबाल मैच देखते हुए, आटा गूंथते हुए, ब्रेड सेकते हुए या लंदन में विद्युत आपूर्ति कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान ठसाठस भरी हुई ट्रेन में सफ़र करते हुए.

तस्वीरों की गुणवत्ता एक सस्ते स्मार्टफ़ोन के कैमरे के बराबर ही है और आप ऐसी तस्वीरें ऐसे कोणों से ले सकते हैं जो ऐसे उपकरण के बिना संभव नहीं होता.

निजता

गूगल ग्लास क्यों फ्लॉप हुआ?

मुझे लगता है कि निजता संबंधी चिंताओं को कुछ बढ़ाचढ़ा कर पेश किया जाता है.

तथ्य यह है कि इसकी विचित्रता गोपनीय कार्रवाईयों के लिए बाज़ार में उपलब्ध अन्य उपकरणों के मुक़ाबले इसे बहुत कम उपयोगी बना देता है.

आख़िरकार आप अब एक ठीक से पहनने वाला कैमरा हासिल कर सकते हैं, जो एक प्रकार के आभूषण जैसा दिखता है और जहां भी आप जाते हैं, ये तस्वीरें लेता जाता है, लेकिन रिकॉर्डिंग के दौरान गूगल ग्लास में लाल रंग का फ्लैश एक व्यावहारिक फ़ीचर है.

अन्य विशेषताएं

ग्लास में ज़्यादा फंक्शन नहीं हैं. बिना अपना फ़ोन निकाले संदेश की रिंग टोन सुनकर ट्वीट या ईमेल देखने के लिहाज से इसे मैंने थोड़ा उपयोगी पाया है.

इसके मुख्य मेनू में एक साधारण डिजिटल घड़ी आपको ज़ल्दीबाजी में कहीं पहुंचने में मददगार है.

लेकिन, मुझे समझने को लेकर ग्लास की नाकामी के कारण इसके निर्देश हमेशा ही उपयोगी नहीं होते और ऐप से किसी व्यंजन की विधि पढ़ने या अनुवाद टूल के इस्तेमाल में, मेरे जैसे अधीर व्यक्ति के लिए यह जटिल साबित हो चुका है.

यह उत्पाद डेवलपर्स के हाथ में एक वर्ष तक रहा है, लेकिन ग्लासवेयर स्टोर के पास केवल 60 ऐप हैं, यह चिंताजनक है.

सीमित ऐप

गूगल ग्लास क्यों फ्लॉप हुआ?

मैंने ऐसे कई ऐप के बारे में डेमो देखे हैं, जो बताते हैं कि आप इस ग्लास से क्या-क्या देख सकते हैं, लेकिन अभी तक इसके स्टोर में ये मुझे दिखे नहीं.

इस परियोजना में जो सबसे बड़ी खामी दिखी वो है चलन में आने की. जब 2012 में गूगल ने इस उपकरण को एक लाइव स्काई डाइविंग डेमो के साथ लांच किया तो उस समय लोगों में उत्सुकता काफ़ी थी.

लेकिन दो वर्ष बाद भी ग्लास में कोई अहम सुधार नहीं दिखता. इसके अलावा कुछ फंक्शन, जैसे लाइव वीडियो कॉल का फ़ीचर, सॉफ्टवेयर अपडेट के दौरान मिट जाते हैं.

पहनने योग्य कम्प्यूटर उपकरणों को लेकर मैं अभी भी आशान्वित हूं और मानता हूं कि अगले पांच वर्षों में यह मुख्य धारा में होंगे, लेकिन यह शक्तिशाली व्यापक नेटवर्क और ऐसे उपकरणों पर निर्भर करेगा जो पहनने में तो अच्छे दिखें ही और इस्तेमाल में इतना आसान हों कि आप इसकी मौजूदगी को ही भूल जाएं.

गूगल ग्लास अभी भी विकास की प्रक्रिया में है. इसलिए हो सकता है कि यह अपनी खोई हुई गति को फ़िर से हासिल कर ले, लेकिन फ़िलहाल इसके पहनने योग्य गैजेट बनने में अभी वक्त लगेगा.

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