कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। पहाड़ी राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी को बाहर करने का ट्रेंड इस बार फेल हो गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 10 मार्च को आए चुनाव परिणाम में आराम से बहुमत हासिल किया और अपनी सत्ता बरकरार रखी। हालांकि, मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami को खटीमा विधानसभा क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा। मौजूदा मुख्यमंत्री को कांग्रेस उम्मीदवार Bhuwan Chandra Kapri ने 6,579 मतों के अंतर से हराया। राज्य में कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के अभियान का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री की हार भाजपा पार्टी के सामने अगला मुख्यमंत्री चुनने के मुद्दे पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।
कौन हैं भुवन चंद्र कापड़ी
कापड़ी एलएलबी ग्रेजुएट हैं और उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है। पेशे से, वह एक सलाहकार हैं और उनके चुनाव आयोग के हलफनामे के अनुसार, उनकी कुल घोषित संपत्ति 50 लाख रुपये से कम है। उनकी कुल घोषित संपत्ति में 15.3 लाख रुपये चल और 34 लाख रुपये अचल संपत्ति के रूप में शामिल हैं, और कापड़ी की कुल देनदारी 12.8 लाख रुपये है।
कापड़ी को मिले 51 परसेंट वोट
40 वर्षीय कांग्रेस उम्मीदवार कापड़ी ने 51.89 प्रतिशत के वोट शेयर के साथ 48,177 वोट प्राप्त किए और खटीमा विधानसभा क्षेत्र से सीएम धामी को हराया। धामी 44.8 फीसदी वोट शेयर के साथ कापड़ी से 6,579 वोटों के अंतर से हार गए। कापड़ी 2017 के विधानसभा चुनाव में उपविजेता भी रहे थे। कापड़ी काफी लंबे समय से पुरानी पार्टी से जुड़े हुए हैं और पहाड़ी राज्य में पार्टी के सबसे भरोसेमंद नेताओं में से एक रहे हैं।
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