कानपुर। महाशिवरात्रि शिव व शक्ति के मिलन का पर्व है। इस व्रत को करने से भगवान शिव मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। इस व्रत को करने का संकल्प फाल्गुन मास की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। शिव व शक्ति के मिलन का प्रतीक होने के अलावा ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव अपने लिंग रूप में इसी दिन प्रकट हुए थे। इस दिन भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त व पारण का समय नीचे दिया गया है।
Maha Shivratri 2020 Date
इस वर्ष महाशिवरात्रि 21 फरवरी को पड़ रही है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह व्रत फाल्गुन मास की मासिक शिवरात्रि को किया जाता है, इसे ही महा शिवरात्रि कहा जाता है। इस दिन व्रत एवं पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती व विशेष फल मिलता है।
Maha Shivratri 2020: रात्रि के इस पहर में पूजा करने से मिलेगा उत्तम फल
Maha Shivratri 2020 Puja Time and Muhurat
रात्रि के चार प्रहर होते हैं, महाशिवरात्रि को रात्रि के समय इनमें से किसी या चार बार पूजा की जा सकती है। रात्रि के प्रथम प्रहर में पूजा का समय सांयकाल 6 बजकर 15 मिनट से रात्रि 9 बजकर 25 मिनट के बीच है। रात्रि के दूसरे प्रहर में पूजा का समय रात्रि 9 बजकर 25 मिनट से रात्रि के 12 बजकर 34 मिनट तक है। तीसरे प्रहर में पूजा का शुभ मुहूर्त रात्रि के 12 बजकर 34 मिनट से प्रात: 3 बजकर 44 मिनट के बीच है। चौथे प्रहर में पूजा का समय प्रात: 3 बजकर 44 मिनट से सुबह 6 बजकर 54 मिनट के बीच है। चतुदर्शी तिथि 21 फरवरी को सायंकाल 5 बजकर 20 मिनट पर लगेगी व 22 फरवरी को शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगी। निशिता समय में पूजा का मुहूर्त, समय जब भगवान शिव अपने लिंग रूप में धरती पर प्रकट हुए थे 22 फरवरी को रात्रि 12 बजकर 9 मिनट से रात्रि 1 बजे के बीच है।
Mahashivratri 2020: चरम पौरुष के प्रतीक हैं नटराज, वही हैं भगवान शिव: Sadhguru Jaggi Vasudev
Maha Shivratri 2020 Vrat Parana Muhurat
महाशिवरात्रि के पारण का मुहूर्त 22 फरवरी को सुबह 6 बजकर 54 मिनट से शाम 3 बजकर 25 मिनट के बीच है। जो भक्त व्रत रखेंगे वे इस मुहूर्त में व्रत का पारण कर सकते हैं।