सबसे पहला आरोप ये था कि हत्या की रात तलवार निवास में चार ही लोग थे, आरुषि के माता पिता राजेश तलवार और नुपूर तलवार, खुत आरुषि तलवार और नौकर हेमराज। इनमें से दो आरुषि और हेमराज की हत्या हो गई जबकि दो लोग राजेश और नुपूर जीवित बचे तो कातिल कौन है क्योंकि बाहर से कोई आया इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है। इस बात का कोई संतोषजनक उत्तर तलवार दंपत्ति नहीं दे सके।
कैसे कोई अंदर आया
दूसरा आधार ये था कि जांच एजेंसियों को बताया गया कि आरुषि के कपरे की चाबी पिता राजेश तलवार के पास रहती थी। तो उस रात बाहर से बंद कमरे में बिना चाबी के कोई कैसे घुस सकता था जबकि दरवाजे के साथ जोर जबरदस्ती करके खोलने की कोई निशानी नहीं मिली। इस बात का जवाब भी राजेश के पास नहीं था।
इंटनेट किसने चलाया
राजेश तलवार ने पुलिस को बताया कि वे हत्या के समय सो रहे थे, मगर जांच में पता चला कि उस दौरान उनके कमरे का कंप्यूटर चालू था और इंटरनेट पर काम चल रहा था। राजेश नहीं बता पाये कि जब वे सो रहे थे कैसे इंटरनेट चला।
जेल से छूट कर इंटरनेशनल लेबल की फोरेंसिक लैब बनाएंगे राजेश तलवार, जानें क्यों
कपड़ों पर नहीं था खून का निशान
पुलिस को इस बात का भी संतोषजनक उत्तर नहीं मिला कि अपनी बेटी को मृत देखने के बाद भी नुपूर और राजेश ने उसके गले लग कर आंसू नहीं बहाये जबकि वो उनकी इकलौती बेटी थी। ये बड़ा अस्वाभविक बात है और अगर वो उससे लिपट कर रोये तो उनके कपड़ों पर उसके खून के दाग क्यों नहीं लगे। इससे लगता है कि उन्हें घटना की जानकारी थी और ये तभी हो सकती है जब वो उस हादसे में शामिल हों।
आरुषि ही नहीं ये देश की ये 5 मर्डर मिस्ट्री भी आजतक हैं अनसुलझी
क्यों नहीं दी सीढ़ियों की चाबी
आरुषि की हत्या का आरोप तलवार अपने नौकर हेमराज पर लगा रहे थे जबकि उसकी लाश उनके घर की छत पर पड़ी थी। छत पर जाने वाली सीढ़ियों का दरवाजा बंद था और तलवार दंपत्ति उसकी चाबी पुलिस को नहीं दे रहे थे। ऐसा लगता है कि वो हेमराज की लाश छुपाने का प्रयास कर रहे थे। आखिर वे क्या चाहते थे।
आरुषि मर्डर की मिस्ट्री पर बनी थी एक फिल्म
बोतल पर खून के धब्बे क्यों थे
तलवार दंपत्ति इस बात का जवाब भी नहीं दे सके कि ऊपर कमरे में मिली शराब की बोतल किसकी थी और क्यों थी। साथ ही इस बोतल पर खून के धब्बे कहां से आये। क्या उस वक्त घर में कोई और मौजूद था।
हेमराज की लाश ऊपर कैसे गई
जांच में सामने आया कि नौकर हेमराज की लाश नीचे से घसीट कर ऊपर छत पर ले जाई गई। सवाल ये है कि जब घर में और कोई नहीं था तो लाश ऊपर कैसे ले जाई गई। साथ ही अगर कोई और ले गया तो इतना सब होता रहा और दोनों पति पत्नि को कुछ पता ही नहीं चला वे सोते रहे।
National News inextlive from India News Desk
National News inextlive from India News Desk