ये है उत्सव जिंदगी का।
प्रकृति के स्नेह से भीगे अहसासों के रंग हैं।
रंग भी उन्माद भी।
प्रकृति के सानिध्य मुक्त मन।
रक्त प्रवाह है तो ही जीवन है, तो ये रक्त का भी उत्सव है।
अनंत के साक्षत्कार का एक तरीका ये भी है।
मां प्रकृति तेरे शरणागत हैं हम सब।
Weird News inextlive from Odd News Desk