ब्रिटिश न्यूज पेपर ‘द गार्जियन’ ने एक कंपाइल्ड रिपोर्ट पब्लिश की है जिसमें उसने 9/11 के मुद्दे पर दुनिया भर में फैली तमाम कान्ट्रोवर्सीज को कम्पाइल किया है. ये वे कान्ट्रोवर्सीज हैं जिनमें कई किताबों, फिल्मों और वेबसाइट के जरिए यह बात साबित करने की कोशिश की गई कि 9/11 का हमला अमेरिकी साजिश का नतीजा है.
क्या हैं controversies
1. माना जाता है कि अमेरिकी सरकार ने इराक में जारी युद्ध और अफगानिस्तासन पर हमले का बहाना ढूंढने के लिए यह साजिश रची और इस हमले का दोष अल कायदा के मत्थे मढ़ दिया.
2. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावरों को उड़ाने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. इजराइल की खुफिया एजेंसी को इन हमलों की जानकारी थी और इसलिए इन हमलों में एक भी यहूदी नहीं मारा गया.
3. टावरों से टकराने वाले प्लेन एक्सप्लोसिव्स से भरे थे और इन्हें रिमोट कंट्रोल से नियंत्रित किया गया था.
4. पेंटागन की बिल्डिंग पर हुए हमले के बारे में कहा जाता है कि इस पर अमेरिकी एयरक्राफ्ट से नहीं बल्कि मिसाइल से हमला किया गया था.
5. पेंटागन पर हमले के बारे में कहा जाता है कि हमले में कंजर्वेटिव टीवी कमेंटेटर बारबरा ओल्सन की मौत हो गई थी. उन्होने इंसीडेंट से कुछ मिनट पहले ही अपने अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल पति को फोन किया था. कहा जाता है कि ओल्सन को गुपचुप तरीके से किडनैप कर लिया गया था और फोन कॉल्स में सुनाई देने वाली आवाज नकली थी जिसे टेक्नोलाजी के जरिये तैयार किया गया था. कहा जाता है कि बारबरा की डेडबाडी को समुद्र में फेंक दिया गया.
Books & their theory
9/11: The Big Lie- फ्रांसीसी राइटर थियरी मेसन की यह बेस्ट सेलर बुक हमलों के कुछ महीने के भीतर ही पब्लिश हो गई थी. इसमें दावा किया गया था कि पेंटागन पर मिसाइल से हमला किया गया था और इसे विमान से हुई दुर्घटना साबित करने के लिए मौके पर एअरक्राफ्ट के टुकड़े लाकर रखे गए थे.
Planes without Passengers: The Faked Hijackings of 9/11- इसमें बताया गया है कि हाइजैक किए गए प्लने कभी उड़े ही नहीं थे और अन्य दो विमान सुरक्षित तरीके से किसी गोपनीय स्थासन पर लैंड कर गए थे. कहा जाता है कि अमेरिकी सरकार ने इस तरह के दर्दनाक सीन इसलिए क्रिएट किए ताकि लोग अफगानिस्तान और इराक में कार्रवाई का समर्थन करें.
The Eleventh Day: The Full Story of 9/11 and Osama Bin Laden- बुक के को-आथर रॉबिन स्वाईन कहते हैं कि उन्हें ट्विन टावरों को उड़ाने वाले प्लेन को लेकर पहली बार डाउट हमले के दिन ही हो गया था. डेविड रॉस्टंचेक नामक एक अमेरिकी शख्स ने 11 सितंबर 2001 को चैंटिंग में कहा था, ‘ऐसा लगता है कि टावरों को नियंत्रित तरीके से गिराया गया.’
अमेरिकी भी हैं सहमत
2006 में कराए गए एक सर्वे के मुताबिक हर तीन में एक अमेरिकी का मानना था कि 9/11 हमलों में बुश प्रशासन का हाथ था. अमेरिका प्रशासन ने इसे इराक के खिलाफ युद्ध को सही ठहराने या फिर इस तरह की जंग अफगानिस्ता न में भी शुरू करने के लिए अंजाम दिया. इन कान्ट्रोवर्सीज ने इतना जोर पकड़ा कि 2009 में अमेरिकी गवर्नमेंट को एक डाक्यूमेंट जारी कर इस पर सफाई तक देनी पड़ गई.
एक प्रोफेसर जिन्होने लिखी हैं 9 किताबें
थियोलॉजी के प्रोफेसर डेविड गिफिन ने तो 9/11 हमलों पर अब तक कुल 9 किताबें लिख डाली हैं. इसमें गिफिन का लाजिक है कि मिडिल ईस्ट में अपनी कार्यवाही को सही ठहराने के लिए अमेरिकी सरकार ने ऐसी साजिश रची थीं. अरब वर्ल्ड में तो यह थेअरी बेहद मशहूर है कि अमेरिकी सरकार ने हमलों का दोष मुस्लिम टेररिस्ट पर मढ़ दिया. वहां कुछ लोग इसके लिए इजराइल को भी जिम्मेदार ठहराते हैं.
कई सारे हैं logic
1. The Eleventh Day: The Full Story of 9/11 and Osama bin Laden के को-आथर रॉबिन का लाजिक है कि बिल्डिंग का इस तरह गिरना केवल तभी पासिबल था जब टावरों को नियंत्रित तरीके से गिराया जाता. उनका मानना था कि इस साजिश में न सिर्फ सेना और एफबीआई बल्कि एयरलाइंस और राहत बचाव दल के लोग भी शामिल थे. वैसे अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के कई सीनियर आफीसर, एक्स सोल्जर्स और प्रोफेसर्स भी यही मानते हैं कि इस इंसीडेंट के पीछे सरकार का ही हाथ था.
2. इस इंसीडेंट पर 9 किताबें लिखने वाले गिफिन का दावा है कि टावर पर हमला करने के लिए अपहृत विमानों पर सवार कुछ मुसाफिरों की आवाज टेक्नोलाजी के जरिये इस तरह सुनाई गई जैसे कि वो वाकई डरे हुए हैं. उनका लाजिक है कि जिस ऊंचाई पर प्लेन उड़ रहे थे वहां मोबाइल के टावर काम नहीं करते हैं. वैसे बारबरा और कुछ और के फोन प्लेन में सीट के पीछे लगे फोन से किए गए थे.
3. बर्मिंघम यूनिवर्सिटी में फिजिक्स के प्रोफेसर स्टीवन जोंस का दावा है कि उनके पास इस बात के साइंटिफिक इविडेंस हैं कि ट्विन टावरों को सोच समझ कर एक्सप्लोसिव्स का इस्तेमाल कर गिराया गया था और यह बुश प्रशासन की साजिश थी. जोन्स ने मौके पर मौजूद धूल और मलबे के सैंम्पल्स को एनलाइज कर ये दावे किये हैं.
ये हैं super hit controversy
‘द गार्जियन’ के मुताबिक 9/11 पर जो किताब लिखी गई वो हिट हो गई, जो फिल्म बनी उसने जमकर कमाई की. यहां तक कि 9/11 की इंफार्मेशन सर्व करने वाली वेबसाइटें भी सुपरहिट रहीं.
9/11 पर फिल्मों में यह सवाल उठाया गया कि -
- क्या कोई प्लेन पेंटागन से टकराया था. ?
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की की बिल्डिंग क्यों भरभरा कर गिर पड़ी?
- क्या प्लेन से किए गए मुसाफिर के फोन कॉल्स फेक थे?
इन सभी की थ्योरी यही कहती है कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हुआ हमला अल कायदा की साजिश से कही ज्यादा जटिल मसला है. सच्चाई कुछ भी हो पर इन फिल्मों की लाखों डीवीडी बिकीं और दुनिया में इनने धूम मचा दी.
Compiled by: Alok Dixit
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