ऐसा होता है क्यों

अपनी पब्लिसटी को लेकर खुद को बेहद बंधा हुआ महसूस करते हैं विराट। वह कहते हैं कि लोगों का मानना है कि दुनिया भर में उनके चाहने वाले हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। वह बताते हैं कि एक सुबह जब वो इंग्लैंड की सड़क पर निकले तो बहुत कम लोग थे, जिन्होंने रुक कर उनसे हैलो किया और आगे चले गए। सिर्फ यही नहीं वह बताते हैं कि कभी अपने देश में जब वो डिनर के लिए कहीं बाहर जाना चाहते हैं तो ये काम उनके लिए किसी मिलेट्री ऑपरेशन से कम नहीं होता। वहीं मेलबर्न में जब भी चाहें वो कानों में हेडफोन लगाकर आराम से वॉक के लिए बाहर निकल सकते हैं।

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आंखों का तारा बनना हो जाता है भारी

ऐसे में उनको खुद ऐसा लगता है कि कोई कैसे करोड़ों लोगों की आंखों का तारा बनकर जी सकता है भला। इस बात को वह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से कम्पेयर करते हुए कहते हैं कि उनके साथ तो ये 16 साल की उम्र से ही होना शुरू हो गया था। उन्होंने ये सब कैसे मैनेज किया। वो खुद अपने बारे में बताते हैं कि पहली बार जब वो ड्रेसिंग रूम में उनसे मिले तो उनको देखते ही वो भौंचक्के से उनको देखते ही रह गए।

कोहली को कौन समझता है 'सुपरमैन'!

ऐसा मानते हैं विराट

वैसे विराट मानते हैं कि सचिन अपने समय में टीम के अकेले लेजेंड नहीं थे। उस समय उनके अलावा टीम में सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी जैसे और भी स्टार क्रिकेटर होते थे जिनके पीछे लोग दीवाने रहते थे। वहीं वो खुद को इस समय टीम का अकेला स्टार क्रिकेटर मानते हैं। इसके पीछे वजह है महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना। ऐसे में वो अकेले बचते हैं जिनपर लोगों की उम्मींद भरी निगाहें टिकी रहती हैं। हर मैच में लोग सिर्फ उन्हीं से ये उम्मींद करते हैं कि इस बार भी वो सेंचुरी तो लगाएंगे ही। ऐसे में सबकी उम्मींदों को पूरा करना भी एक बहुत बड़ा टास्क होता है। ऐसे में आप अगर लोगों की उम्मींदों से भागने की कोशिश करते हैं तो वो आप पर अपने प्यार का दबाव डालते हैं।

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10-12 साल बाद ये सब बदल जाएगा

विराट कहते हैं कि उन्हें बहुत अच्छी तरह से ये बात पता है कि आज से 10-12 साल बाद ऐसा नहीं रहेगा। तब तक कोई और आ चुका होगा और लोग उसके पीछे भाग रहे होंगे। वो समय ऐसा होगा जब वह गुजरे हुए इन 12 सालों के बारे में सोच रहे होंगे। इसके बावजूद खुद के चहेते होने के ये पल उनपर बेहद भारी साबित होते हैं। वह बताते हैं कि जब टीम के साथ वो विशाखापट्नम में खेलने गए थे, तो होटल के कमरे में कांच की विंडो से बाहर देख रहे थे। वहां खूब सारे इंग्लैंड के फैन्स खड़े थे, लेकिन उनको देखकर लग रहा था कि उन्हें विराट कोहली से कोई मतलब नहीं है। वो सभी इस तैयारी में थे कि शाम को अगर उनकी टीम जीत गई तो वो आपस में सेलीब्रेशन कैसे करेंगे।

कोहली को कौन समझता है 'सुपरमैन'!

यहां सबकुछ करना पड़ता है प्लानिंग के साथ

वहीं इंडिया में जब वो डिनर आउटिंग के बारे में प्लान भी बनाते हैं, तो उनको पहले से पूरी तैयारी करनी पड़ती है। गाड़ी के आसपास रहने के लिए गार्ड्स बुलाने पड़ते हैं। रेस्टोरेंट में फोन करके सबसे कोने वाली टेबल बुक करानी पड़ती है। वो टेबल जिसके आसपास आम लोग न हों। यहां आम लोगों से भागने के पीछे बड़ी वजह ये है कि ये यहां के फैन्स सिर्फ आपको देखकर नहीं मानते। वो आपके करीब आना चाहते हैं, आपको छूना चाहते हैं। ऐसा लगता है कि बगैर छुए उनको विश्वास नहीं होता कि उनके सामने विराट कोहली खड़े हैं। इतने में आपके ढेर सारे फैन्स का आपके ऊपर अटैक हो जाता है।

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ऐसा हुआ था एक वाक्या

अपने साथ हुए एक वाक्ये के बारे में कोहली बताते हैं कि वो वर्ल्ड टी20 मैच का समय था। उनकी टीम मोहली में थी। यहां उनको टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने उतरना था। मैच के लिए वो एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी के बीच में उतरे। उनके उतरते ही लोग उनको ऐसे देख रहे थे जैसे वो किसी स्पॉट लाइट के नीचे खड़े हैं और उनके अलावा कोई और वहां नहीं है। आगे बढ़कर वो गाड़ी में बैठे। इतने में सामने से उनका एक फैन उनकी ओर आगे आने के लिए बढ़ा। सिक्योरिटी ने उनको रोकने की कोशिश की। इसपर उन्होंने सिक्योरिटी को रोका, तो वो फैन उनके पास आया। उसने उनका हाथ पकड़ा और हाथ पकड़ते ही जैसे उसकी बॉडी में कोई करंट सा दौड़ गया। ये देखते ही उनके मुंह से सिर्फ इतना निकला 'ब्लडी हैल'।

कोहली को कौन समझता है 'सुपरमैन'!

हुई थी काफी शर्मिंदगी

उनके साथ हुए इस वाक्ये ने उनको काफी शर्मिंदा किया। उनको ऐसा लगा जैसे कि वो कोई सुपरमैन हैं क्या। वहीं इसके बाद इंडिया से बाहर निकलकर वो आजादी के साथ विदेश की गलियों में बेफिक्र होकर घूमे। उन्हें ऐसा लगा जैसे उनको यहां कोई नहीं जानता। वो यहां अपनी जिंदगी जीने के लिए पूरी तरह से आजाद हैं। वो कहते हैं कि हां, उनको भी बतौर क्रिकेटर उनके देशवासियों का साथ चाहिए, उनका प्यार चाहिए। वहीं साथ में जीने के लिए कुछ आजादी भी चाहिए।

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