कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। पेरिस ओलंपिक के महिला रेसलिंग के फाइनल में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को डिसक्वालिफाई कर दिया गया था। विनेश 50 किग्रा फ्रीस्टाइल रेसलिंग के फाइनल में थीं। फाइनल से पहले जब उनका वजन किया गया तो वो 50 किलो से 100 ग्राम अधिक पाया गया। इस 100 ग्राम वजन की वजह से ही उन्हें ओलंपिक संघ ने फाइनल मुकाबले से डिस्क्वालिफाई कर दिया। जिसके बाद खेलों में विवाद समाधान के लिए विशेष रूप से स्थापित CAS यानि कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट में विनेश ने अपील की। प्रभाग ने विनेश की अपील स्वीकार कर ली। विनेश की अपील पर सुनवाई शनिवार को पूरी हो चुकी है और आज रात ही इस पर फैसला आ जाएगा।
पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद
विनेश की अपील को लेकर आईओए ने एक बयान में कहा है, भारतीय ओलंपिक संघ को आशा है कि रेसलर विनेश फोगाट द्वारा खेल पंचाट के समक्ष उनके वजन में विफलता के खिलाफ दायर आवेदन का सकारात्मक समाधान होगा। आपको बता दें कि विनेश ने अपनी अपील मे लोपेज के साथ उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की है। विनेश का तर्क है कि मंगलवार को अपने मुकाबलों के दौरान उनका वजन निर्धारित सीमा के अंदर था। विनेश की अपील की सुनवाई के दौरान उनका पक्ष भारत के जाने माने सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया नें रखा।
मामले में तीन घंटे तक हुई बहस
विनेश की अपील पर सुनवाई के दौरान सभी संबंधित पक्षों को पहले अपना विस्तृत हलफनामा जमा करने का अवसर दिया गया। हलफनामा जमा करने के बाद दोनों पक्षों ने बहस की। सुनवाई को लेकर आईओए ने बताया है कि इस मामले में करीब 3 घंटे तक बहस चली। इस सुनवाई को लेकर आईओए की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने कहा है, आईओए मानता है कि विनेश का साथ देना उनका फर्ज है और इस मामले का नतीजा चाहे जो भी हो, हम उसके साथ हमेशा खड़े हैं। हमें उनकी उपलब्धियों पर गर्व है।
आईओए अध्यक्ष ने दिया धन्यवाद
आईओए अध्यक्ष पीटी ऊषा ने कहा, एकमात्र पंच ने संकेत दिया कि आदेश का कार्यकारी हिस्सा जल्द ही आएगा। जबकि विस्तृत निर्णय बाद में सुनाया जाएगा। पीटी ऊषा ने सुनवाई के बाद हरीश साल्वे, सिंघानिया और स्पोर्ट्स लीगल टीम को उनकी दलीलों और उनके सहयोग के लिए धन्यवाद किया।