लखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा दुनिया भर ने देखा, लेकिन काला इमामबाड़ा क्यों नहीं देखा। लखनऊ का काला इमामबाड़ा, जिसकी दिशा और छुपी हुई कब्र ने इसे बनाया सबसे अलग। शहर के सभी इमामबाड़े दक्षिणमुखी हैं, लेकिन काला इमामबड़ा पूर्व मुखी है। काला इमामबाड़ा को कुछ लोग काजल की कोठी भी कहते हैं, क्योंकि यह पूरी तरह काला है। पर्यटन के नजरिए से इसे इमामबाड़ा नहीं माना जाता, तभी इसे प्रसिद्धि नहीं मिली। पीर बुखारा इलाके में मौजूद यह इमामबाड़ा नवाब आसफुद्दौला के खानदान ने बनवाया था। नवाब के बेटे कासिम अली खां की मजार भी काले इमामबाड़े में ही मौजूद है।