कानपुर। इसी तरह जहां हम रह रहे हों, वहां की वास्तु वाइब्स का संतुलित होना भी अच्छा होता है क्योंकि हमारी सफलता और असफलता के पीछे इसका बहुत बड़ा योगदान होता है। कई बार लोग कहते हैं कि हम पूरी मेहनत के साथ अपना कर्म कर रहे हैं फिर भी हमें जीवन में सही परिणाम नहीं मिलते। बस इसी जगह थोड़ी सजगता की जरूरत है। सफलता हमारे लिए हुए फैसलों से ही आती है, फिर चाहे हम जॉब कर रहे हों या बिजनेस.
सही दिशा में पूजा न किए जाने से रहेगी मानसिक अशांति
घर में रोजाना पूजा की जाती है, पर इसका सही फल हमें तभी मिलता है, जब घर में सही स्थान पर पूजा हो। घर में उत्तर-पूर्व दिशा में पूजा करने से हमें इसका सुपरिणाम भी अपने जीवन में देखने को मिलता है। इससे हमारा मन भी पूजा में लगता है और हमारी भक्ति में भी वृद्धि होती है, फिर यह आवश्यक नहीं कि हम किस देवी-देवता की पूजा कर रहे हैं। यदि घर या कार्यालय में पूजा सही स्थान और दिशा में नहीं की गई, तो हमें मानसिक परेशानी भी आ सकती है। घर में यह स्थान साफ-सुथरा होना चाहिए. यहां बने पूजाघर में कोई हिंसक तस्वीर या कैलेंडर ना लगा हो। यदि इस जगह यानी उत्तर-पूर्व की तरफ असंतुलन होगा, तो हम किसी भी बारे बहुत गहराई से नहीं सोच पाएंगे या हमारा ध्यान इस तरफ नहीं जाएगा कि हम अपने जीवन में क्या बेहतर कर सकते हैं।
बच्चों की पढ़ाई के लिए भी सबसे बेहतर है यह दिशा
घर के इसी कोने में हम अपनी ध्यान साधना भी कर सकते हैं। हमारी ध्यान-साधना भी घर के किसी और हिस्से की बजाय यहां ज्यादा बेहतर होगी। यहां किया हुआ ध्यान हमें प्रगाढ़ता देगा। पूरा दिन हम अपनी सकारात्मक ऊर्जा के साथ बने रहेंगे। यही गतिविधि यदि हम घर में कहीं और करेंगे तो उसमें गहराई का अभाव होगा और हमें अपने प्रयास भी अधिक करने पड़ेंगे। घर में यदि बच्चे भी उत्तर-पूर्व दिशा में पढ़ेंगे, तो उनका मन अपनी पढ़ाई में लगेगा और धीरे-धीरे उनमें एकाग्रता भी बढ़ेगी।
जीवन में मिलेगी नई सफलता
जीवन में हम जिस भी क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, उसमें हमारे द्वारा लिए फैसले भी सही और लाभदायक साबित होंगे। यदि हम इसे थोड़ा सा भी अपने जीवन में उतारेंगे और इन वाइब्स के प्रति सजग होंगे, तो हमें इनका लाभ भी अपने जीवन में सफलता के रूप में देखने को मिलेगा। इससे हमारे जीवन में सकारात्मकता बढ़ेगी, और आगे बढने का संबल भी प्राप्त होगा।
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