वाराणसी (ब्यूरो)धार्मिक शहर बनारस में हर आयोजन में एक लाख से अधिक भीड़ उमड़ती है. यही वजह है कि यहां के हर मेले को लखा मेला में शामिल किया गया है. 7 जुलाई से रथयात्रा मेले साथ लखा मेले की शुरुआत होगी, जो देव दीपावली के साथ ही खत्म होगा. वाराणसी में होने वाले हर आयोजन कमिश्नरेट पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी. हाथरस में भगदड़ को देखते हुए पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस, चिनप्पा समेत तमाम अधिकारी सड़क पर उतर आए. पुलिस ने शहर को जाम फ्री करने के लिए सबसे पहले अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा. रथयात्रा से लेकर गोदौलिया तक पुलिस ने हर व्यवस्था का जायजा लिया.

रथयात्रा लेकर गुरु पूर्णिमा तक का प्लान तैयार

कमिश्नरेट पुलिस ने स्टेप बाई स्टेप लखा मेला में शामिल हर आयोजन को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने की कार्ययोजना तैयारी की है. रथयात्रा मेले के सफल आयोजन के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर एस चिनप्पा ने रथयात्रा चौराहे से लेकर अस्सी तक मेले की हर तैयारी की समीक्षा की. मेले में जुटने वाली भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस के साथ पीएसी जवान भी जगह-जगह तैनात रहेंगे. महिला पुलिसकर्मी सादे कपड़े में भम्रण करती रहेंगी. इसके अलावा फायर बिग्रेड के जवान भी मौके दिखेंगे. तीन दिवसीय मेले को सम्पन्न कराने के बाद पुलिस का अगला टारगेट मुहर्रम होगा. इसके लिए सभी अभी से थानों पर पीस कमेटी की बैठक शुरू हो गई है. किसी नई परम्परा को इजाजत नहीं दी जाएगी. सड़क से लेकर गलियों में पुलिस व पीएसी जवान गश्त करेंगे. पुलिस की निगरानी में ताजिया दफन कराया जाएगा. अगले क्रम में गुरु पूर्णिमा पर मठ-मंदिरों में उमडऩे वाली भीड़ पर पुलिस की नजर रहेगी. इसके लिए धर्म गुरुओं से बातचीत कर आयोजन के बारे में जानकारी की जाएगी. आयोजन में जुटने वाली अनुमानित भीड़ के हिसाब ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा.

सावन की कार्ययोजना पर काम शुरू

काशी के लिए सावन महीने बहुत खास होता है. इस महीने में हर दिन वाराणसी में विश्वनाथ धाम से लेकर अन्य शिव मंदिरों में दर्शन के साथ विशेष पूजा-पाठ के लिए लाखों की भीड़ आती है. इसके अलावा कांवडिय़ों का रैला भी कमिश्नरेट पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी. हालांकि पुलिस ने सावन में आने वाली संभावित भीड़ को नियंत्रित करने की कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है. इसके लिए शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध तक निरीक्षण किया. इस दौरान सड़क पर अतिक्रमण करने वालों को चेताया. फोर्स की मौजूदगी में अतिक्रमण भी हटवाया.

हर मेले में उमड़ती है भीड़

लखा मेले में शुमार सोरहिया मेला, लोलार्क पष्ठी, नाटी इमली भरत मिलाप, चेतगंज नक्कटैया, तुलसी घाट पर नाग नथैया और कार्तिका पूर्णिमा की देव दीपावली पर उमडऩे वाली भीड़ भी कभी-कभी बेकाबू हो जाती है. हाथरस की घटना को देखते हुए पुलिस ने इन सभी मेले को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने का लक्ष्य रखा है. सावन के बाद कमिश्नरेट पुलिस इन सभी आयोजनों को लेकर कार्ययोजना तैयार करेगी.

इस तरह भीड़ को कंट्रोल करेगी पुलिस

शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम है. जिस पर पुलिस लगातार काम कर रही है. प्रमुख चौराहे पर यूटर्न के साथ पुलिस ने अतिक्रमण हटाने पर जोर दिया है. अतिक्रमण न होने से काफी हद तक शहर में जाम की स्थिति नहीं बनेगी. इसके बाद ट्रैफिक प्लान और डायर्वजन के जरिए भीड़ को कंट्रोल किया जाएगा. इसलिए शहर में होने वाले हर आयोजनों पर पुलिस की नजर रहेगी. एडिशनल पुलिस कमिश्नर के पास आयोजन के परमिशन के लिए जो भी आवेदन आ रहे हैं, उस पर गंभीरता से मंथन, स्थलीय निरीक्षण और आयोजन से फीडबैक लेेने के बाद ही मंजूरी दी जाएगी.

बनारस में होने वाले हर धार्मिक आयोजन पर पुलिस की नजर है. आयोजन में जुटने वाली संभावित भीड़ को कंट्रोल करने की पहले से ही तैयारी रहेगी. पुलिस टीम लगातार गश्त पर रहेगी. जाम वाले इलाकों की हर दिन समीक्षा हो रही है. सड़क और चौराहों से अतिक्रमण हटवाया जा रहा है.

- मोहित अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर

शहर में होने वाले हर आयोजनों पर जिला प्रशासन की नजर है. पुलिस से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जाएगा.

  • अलोक वर्मा, एडीएम सिटी