कानपुर। Vaishakh Purnima 2020: हिंदू नव वर्ष की शुरुआत चैत्र मास से होती है, वैशाख मास इसका दूसरा महीना है। इस तरह वैशाख मास की पूर्णिमा हिंदू कैलेंडर के अनुसार वर्ष की दूसरी पूर्णिमा है। इस दिन महात्मा बुद्ध की जयंती के तौर पर भी मनाया जाता है इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस तिथि का अत्यंत धार्मिक महत्व है, ऐसा माना जाता है कि इस दिन स्नान-दान आदि से उत्तम फल की प्राप्ति होती है। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की पंद्रहवीं तिथि को पूर्णिमा होती है। वैशाख मास की पूर्णिमा इस वर्ष 7 मई को पड़ रही है। इस दिन भगवान विष्णु के सत्यनारायण रूप की भी पूजा होती है। लोग एक दिन का व्रत भी रखते हैं।
वैशाख पूर्णिमा का महत्व
वैशाख पूर्णिमा के दिन सत्य विनायक की पूजा के साथ ही धर्मराज की पूजा करने की भी मान्यता है। माना जाता है कि इससे धर्मराज प्रसन्न होते हैं और व्रती को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता। इतना ही नहीं इस व्रत के प्रभाव से दरिद्रता दूर होती है। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने भी अपने मित्र सुदामा को उनकी दरिद्रता दूर करने के लिए इस व्रत को करने को कहा था। व्रत के प्रभाव से ही सुदामा की दरिद्रता दूर हुई।