-दून में 12 परसेंट घटी सिगरेट और बीड़ी की सेल
नो टोबेको डे
देहरादून। तमाम वॉर्निग और लगातार अवेयरनेस के बाद भी टोबैको और टोबैको प्रोडक्ट्स की बढ़ती डिमांड ये बताने के लिए काफी है कि टोबैको इस्तेमाल करने में नए कंज्यूमर्स बढ़ रहे हैं। टोबैको बॉडी में कई तरह के कैंसर पैदा करने के अलावा और भी कई तरह की बीमारियों को दावत देती है। तम्बाकू खासकर फेफड़ों के अलावा मुंह के कैंसर का भी कारण बन रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते साल की अपेक्षा इस साल टोबैको प्रोडक्ट्स की खपत सबसे ज्यादा बढ़ी है। इसका कारण कई लोगों का सिगरेट को छोड़ तम्बाकू के अन्य उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं। युवाओं में मौज मस्ती के लिए तम्बाकू और तम्बाकू युक्त हुक्के का क्रेज तेजी से बढ़ना एक बड़ी चिंता का कारण बन रहा है।
दून के कारोबारी नवीन गुप्ता के अनुसार बीते साल तक हर माह 30 लाख सिगरेट के स्ट्रिप और 20 लाख तम्बाकू पैकेट्स की खपत होती थी। नए ट्रेंड के अनुसार सिगरेट व बीड़ी की जगह तम्बाकू के दूसरे प्रोडक्ट्स की खपत बढ़ी है। सिगरेट की खपत में 12 परसेंट की कमी आई है। तो वहीं दूसरे फॉर्म में तम्बाकू की खपत 10 परसेंट तक बढ़ी है।
यह है कारण
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते साल पब्लिक प्लेस में धूम्रपान पर पाबंदी लगा दी गई थी। इसके बाद अधिकतर लोगों ने तम्बाकू खाना शुरू कर दिया। जिसका सीधा असर सिटी में इसकी बिक्री पर दिख रहा है।
कोविड के कॉम्प्लीकेशन का खतरा ज्यादा
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर ललित मोहन ने बताया कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उन्हें कोविड होने पर कॉम्प्लीकेशन होने के चांसेस बाकी मरीजों से ज्यादा होते हैं। स्मोकिंग से फेफड़ों के काम करने की क्षमता कम हो जाती है। उनके अनुसार स्मोकर्स में निमोनिया का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे पेशेंट्स को वेंटीलेटर पर जाने की संभावना बढ़ जाती है।
दून हॉस्पिटल के फिजिशियन डॉ। कुमार जी। कौल के अनुसार स्मोकलैस तंबाकू जैसे गुटखा, पान, खैनी को चबाते समय लार अधिक होने से बार-बार थूकना पड़ता है। इस तरह थूकने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। पब्लिक प्लेस में थूकने से कोरोना, टीबी जैसे इंफेक्शन बहुत तेजी से फैल सकते हैं।
स्मोकिंग से होने वाले नुकसान
-कैंसर
-हार्ट डिसीज
-स्ट्रोक
-लंग्स डिसीज
-सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज)
-क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस
स्मोकलैस टोबैको से ये हैं नुकसान
-कैंसर
-हार्ट डिसीज
-डेंटल एंड ओरल प्रॉब्लम्स
-प्रेग्नेंसी रिस्क
-इनडाइजेशन
ऐसे छोड़ सकते हैं आदत
-निकोटीन रिप्लेसमेंट थैरेपी (निकोटीन स्प्रे, पैचेस, च्यूइंगगम)
-तंबाकू की तलब को टालने की डालें आदत
-तंबाकू की जरूरत के समय की पहचान और उसे डिले करने की प्रैक्टिस
-तलब के समय तंबाकू के अलावा कुछ और चबाएं
-लाइट एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी से भी हेल्प
-तंबाकू न मिलने पर स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए मेडिटेशन
-दिन में दो-तीन बार तंबाकू से होने वाले खतरों को जोर-जोर से बोलें