देहरादून, ब्यूरो:
स्वास्थ्य विभाग के एक्सपट्र्स के अनुसार पॉपुलेशन कंट्रोल के लिए नसंबदी कराने के लिए पति-पत्नी दोनों को अवेयर किया जाता है। महिलाओं में शारीरिक कमजोरी को देखते हुए पुरुषों को ज्यादा आगे आने के लिए अवेयर किया जाता है। लेकिन, इसके विपरीत महिलाएं ही नसंबदी के लिए अधिक आगे आ रही हैं। आश्चर्य तो यह है कि पहले की अपेक्षा पुरुष नसबंदी के आंकड़े गिर रहे हैैं। जहां 2017-18 में 47 पुरुषों ने नसंबदी कराई जबकि 2021-22 में 39 पुरुषों ने ही नसंबदी कराई।
नसबंदी के आंकड़े
वर्ष पुरुष महिला
2017- 18 47 2184
2018-19 38 2200
2019-20 7 1945
2020- 21 12 1741
2021- 22 39 2254
कुल 143 10324
आशा वर्कर, डॉक्टर्स कर रहे काउसंलिंग
जनसंख्या नियंत्रण के लिए लोगों को अवेयर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर के जरिए पति-पत्नी की काउंसलिंग कर उन्हें दो से ज्यादा बच्चों को जन्म न देने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही परिवार नियोजन के उपाय की भी उन्हे जानकारी देते हैं। दवा से लेकर सर्जरी तक की सलाह दी जाती है। जिसके बाद उन्हें पास के सरकारी हॉस्पिटल के माध्यम से काउंसलिंग भी की जाती है।
ऐसे करते हैं अवेयर
- साल में दो बार होता है जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़ा
- नेशनल व स्टेट लेवल का होता है पखवाड़ा।
- घर-घर जाकर आशा वर्कर व आंगनबाड़ी वर्कर करते हैैं अवेयर।
- एनएचएम के तहत सभी जिलों में तैयार की गई ब्लॉक स्तरीय टीम।
इन उपायों की सलाह
नसबंदी
आईयूसीडी
गर्भनिरोधक गोलिंया
इंजेक्शन
सीसी
साल में दो बार जनसंख्या नियंत्रण को लेकर अवेयरनेस कैंप लगाया जाता है। इसके साथ ही दूसरे बच्चे के जन्म के बाद ही माता -पिता को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाता है। लेकिन, देखा गया है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलायें अधिक गंभीर हैं।
डॉ निधि रावत, एसीएमओ, एनएचएच देहरादून ,