देहरादून, (ब्यूरो): राजधानी दून के 100 में से 47 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का शुल्क वसूलने की जिम्मेदारी अब नगर निगम ने महिला समूहों को सौंप दी है। इसके तहत 38 वार्डों में महिला समूहों ने बाकायदा अपना काम भी शुरू कर दिया है। हालांकि, बाकी 53 वार्डों में इस यूजर चार्ज का जिम्मा बाकी दो कंपनियों के जिम्मे ही है। दरअसल, कूड़ा उठान शुल्क निर्धारित न होने के कारण कई वार्डों के व्यापारियों ने विरोध किया था। इसके बाद नगर निगम ने इन 47 वार्डों में शुल्क निर्धारित किया। इसके तहत दुकानों से 100 से 10 हजार रुपये प्रति माह वसूले जाएंगे। मोहल्ले की छोटी दुकान से 100 रुपये, शोरूम से 200, छोटे मॉल व मेगा स्टोर से 2000 रुपये और मल्टीस्टोरी मॉल से 10 हजार रुपये वसूले जाएंगे।

व्यापारियों की मांग पूरी

नगर निगम की ओर से हाल ही में महिला समूह तैनात किए जाने के बाद अब व्यापारियों की मांग के अनुरूप शुल्क का निर्धारण कर दिया है। इसके आधार पर महिला समूह नगर निगम द्वारा निर्धारित रेट के मुताबिक शुल्क वसूली के साथ ही संबंधित वार्ड की साफ-सफाई व्यवस्था पर भी अपनी नजर बनाए रखेंगे। इसके लिए निगम प्रशासन की ओर से महिला समूहों को आईडी भी दी गई हैं। निगम ने लोगों से ये भी अपील की है कि इन वार्डों को अधिकृत महिला समूहों के अलावा किसी अन्य को यूजर चार्ज न दें। कोई अनाधिकृत तौर पर यूजर चार्ज वसूली करते पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, बाजार के कई व्यापारियों ने शुल्क निर्धारण न होने की वजह से इसका विरोध किया। जिसके बाद निगम ने दरें भी जारी कर दी हैं। माना जा रहा है कि अब जल्द ही उक्त वार्डों से कूड़ा उठान शुल्क वसूल किया जाएगा। खास बात ये है कि बीते डेढ़ वर्ष से इन वार्डों में निगम ने शुल्क वसूल नहीं किया। जिस कारण करोड़ों के राजस्व के नुकसान का अनुमान है।

47 वार्डों में निर्धारित शुल्क

कैटेगरी----शुल्क

बीपीएल वर्ग--30 रुपये

सामान्य मध्यम आय वर्ग-- 70 रुपये

सोसाइटी 40 फ्लैट तक--2000 रुपये

सोसायटी 41 से 100 फ्लैट तक, 5000

100 फ्लैट से अधिक-- 10000 रुच्ये

मांस-मछली विक्रेता-- 400 से 600 रुपये

रेस्टोरेंट-- 300 से 600 रुपये

होटल-गेस्ट हाउस-- 1000 से 10000 रुपये

धर्मशाला-- 200 रुपये

बारात घर--1500 रुपये

छात्रावास वाले स्कूल-कॉलेज--2000 रुपये

बगैर छात्रावास वाले स्कूल-कॉलेज-- 500 रुपये

अस्पताल-नर्सिंग होम, 800 से 5000 रुपये

दुकान-- 100 से 10000 रुपये

फैक्ट्री-वर्कशॉप-- 1000 से 5000 रुपये

सार्वजनिक स्थल पर समारोह-- 2000 प्रति दिन

भवन का मलबा-- 1000 से 2000 रुपये

बाकी 53 वार्डों में कंपनी को राइट

निगम ने जिन वार्डों में कूड़ा उठान शुल्क का जिम्मा महिला समूहों को सौंपा है। वहां कूड़ा उठान वाली कंपनी के पास कूड़ा उठान के शुल्क लेने के अधिकार नहीं थे। इसलिए समूहों को चार्ज लेने के अधिकार दिए गए हैं। जबकि, निगम प्रशासन ने बाकी वार्डों में मौजूद दो कंपनियों सन लाइट व ई-कॉन के पास यूजर चार्ज के फिलहाल अधिकार बरकरार रखे हैं।

महिला समूहों के बेहतर रिजल्ट्स

बताया जा रहा है कि नगर निगम प्रशासन ने जिस प्रकार से महिला समूहों को यूजर चार्ज के साथ सर्वे किए जाने के जो अधिकार दिए हैं। उसके बेहतर रिजल्ट सामने आ रहे हैं। इन समूहों को निगम ने स्वच्छता सखी का नाम दिया है। जबकि, कुमाऊं के हल्द्वानी में इन समूहों बैणी सेना यानि बहनों की सेना नाम दिया गया है। सहायक नगर आयुक्त शांति प्रसाद जोशी के अनुसार फिलहाल 38 वार्डों में महिला समूहों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। नगर आयुक्त गौरव कुमार के अनुसार महिला समूहों से अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है।

महिला समूहों को मिले चौंकाने वाले इनपुट

-जहां से कूड़ा उठान वाली गाडिय़ां नहीं उठातीं थीं कूड़ा, वहां नदी-नालों में बन जाते थे कूड़े के ढेर।

-अभी भी कूड़ा उठान वाली कंपनी के सुपरवाइजर घरों से यूजर चार्ज उन्हें को देने का कर रहे हैं मोबाइल से मैसेज।

-इन वार्डों में कूड़ा उठान करने वाले वाहन अपने वाहनों का रूट चार्ट बढ़ाने के लिए दौड़ते थे।

-कूड़ा उठान वाले वाहन वार्डों के गली-मोहल्लों में कुछ समय के लिए रुकते तक नहीं थे, समूहों को मिल रही हैं शिकायतें।

-इन शिकायतों पर अब नगर निगम गंभीर, समूहों को निर्देश, जो भी शिकायतें उन्हें मिल रही हैं, वे निगम तक जरूर शेयर करें।

शुल्क कम करने की मांग

कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल से मिलकर कूड़ा उठान शुल्क को कम करने की मांग की। शुल्क कम न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि नगर निगम द्वारा डोर-टू-डोर कूडा उठाने का ज्यादा शुल्क लिया जा रहा है। जिसे कम किया जाए। कहा, नगर निगम की ओर से स्वयं सहायता समूह की टीम भेजी जा रही है। वह व्यापारियों को 500 रुपये देने के लिए कह रहे हैं, जो गलत है।

स्वच्छता पखवाड़े के तहत अभियान

स्वच्छता पखवाड़े के तहत थर्सडे को शहर के कई इलाकों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। खासकर उन प्वाइंट्स को फोकस किया गया, जहां पर कूड़े के ढेर नजर आते हैं। इसके अलावा स्वच्छता शिविर का भी आयोजन किया गया। जहां पर्यावरण मित्रों के स्वास्थ्य का परीक्षण किए जाने के साथ जनजागरूकता पर जोर दिया गया।

कूड़ा फेंकने से रोका, हाथापाई

कारगी-पटलेनगर रोड पर पाम सिटी के पास खुले में कूड़ा डंप करने से रोकने पर कुछ युवाओं ने निगम कर्मियों ने हाथापाई कर दी। इस दौरान नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आरोपियों को पकड़ लिया। उप नगर आयुक्त ने खुले में कूड़ा फेंकने वालों की जमकर क्लास ली और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। खास बात ये है कि बीते माह भी इसी स्थान पर कुछ युवकों ने निगम कर्मियों को पीट दिया था। अब निगम की ओर से यहां जागरूकता के लिए बैनर लगा दिए गए हैं और जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी है।

कूड़ा उठान कंपनी पर जुर्माना

उप नगर आयुक्त गोपालराम बिनवाल ने सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा डंप होने से रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने और पोस्टर-बैनर से जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत पाम सिटी के पास बैनर लगाकर आमजन को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। उप नगर आयुक्त ने अनुबंध के अनुसार संबंधित कंपनियों के वाहन चालक व हेल्पर को वर्दी, आईडी कार्ड न दिए जाने और वार्ड में वाहन उपस्थित न होने पर सनलाइट वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी पर 18,350 व ई-कॉन वेस्ट मैनेजमेंट सॉल्यूशन पर 15,200 रुपये और वाटरग्रेस पर पूरी तरीके से कवरेज न करने पर 38,398 का जुर्माना लगाया।

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