-परेशान महिला ने की थी महिला हेल्प लाइन में कंप्लेन
-महिला हेल्प लाइन प्रभारी ने पीडि़त महिला को धमकाया
DEHRADUN : महिला हेल्प लाइन प्रभारी पर एक महिला ने धमकाने का आरोप लगाया है। उसका आरोप है कि काउंसिलिंग के दौरान महिला हेल्प लाइन प्रभारी अंशु चौधरी ने उसके पति का पक्ष लेकर कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। यह सब इसलिए किया गया, क्योंकि उसके पति भी पुलिस में तैनात है। गुरुवार को पीडि़त महिला ने डीआईजी गढ़वाल से मुलाकात कर मामले की शिकायत की। डीआईजी ने सीओ मसूरी को जांच के निर्देश दिए हैं।
एक साल पहले हुई थी शादी
डीआईजी को दिए गए शिकायती पत्र में आरकेडिया ग्रांट, गोरखपुर निवासी महिला ने बताया है कि उसकी शादी फरवरी ख्0क्फ् में खलील जावेद के साथ हुई थी। खलील पुलिस में बतौर सिपाही तैनात है। वर्तमान में वह टिहरी जनपद में पोस्टेड है। महिला का आरोप है कि शादी के बाद ही ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज को लेकर उसे मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया। इस कारण उसने मामले की शिकायत गत माह क्भ् जनवरी को महिला हेल्प लाइन में की थी, जहां से दोनों पक्षों को क्7 फरवरी को काउंसलिंग के लिए महिला हेल्प लाइन बुलाया गया था।
अंशु चौधरी पर धमकाने का आरोप
पीडि़त महिला ने आरोप लगाया कि काउंसिलिंग के दौरान महिला हेल्प लाइन प्रभारी अंशु चौधरी ने उसे धमकाया है। अंशु चौधरी ने कहा कि खलील अहमद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, क्योंकि खलील पुलिस में है। तुम्हारी कहीं भी सुनवाई नहीं होगी। जरूरत पड़ेगी तो तुम्हे जेल में बंद कर दिया जाएगा। मामले में डीआईजी अमित सिन्हा ने सीओ मसूरी जया बलूनी को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने महिला हेल्प लाइन प्रभारी अंशु चौधरी द्वारा की गई कार्रवाई की जांच करने का निर्देश भी सीओ मसूरी को दिए हैं। डीआईजी अमित सिन्हा ने बताया कि यदि जांच में महिला हेल्प लाइन प्रभारी दोषी पाई जाती हैं तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।