- पूर्व में जारी मुफ्त का पास खत्म होने पर लोकल पब्लिक परेशान
- रोजाना करीब 2000 हजार लोकल लोगों की जेब हो रही ढीली

देहरादून (ब्यूरो): लोगों का कहना है कि फ्री पास रिन्यूवल करने पर कंपनी के कर्मचारी स्थानीय लोगों से बदतमीजी कर रहे हैं। पूर्व में जारी फ्री पास के पैसे लिए जा रहे हैं, जो लोकल लोगों का शोषण है। लोकल लोगों के लिए पूर्व में हुए समझौते के तहत रियायत नहीं देने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने फिर पब्लिक के साथ टोल प्लाजा पर टैंट लगाकर हाईवे जाम करने का ऐलान किया है।

फ्री एंट्री के लिए जा रहे पैसे
टोल को जब पिछले साल फरवरी में शुरू किया गया, तो उस समय काफी विरोध हुआ। शहर में टोल को लेकर पब्लिक और सरकार के बीच कई दिनों तक संघर्ष हुआ, जिसके बाद तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र रावत की मध्यस्थता में हुई वार्ता में टोल प्लाजा से 20 किमी। रेडियस में रहने वाले लोकल लोगों को टोल से छूट देने का निर्णय लिया गया, लेकिन एक साल बाद इस व्यवस्था को खत्म कर दिया, जिससे आए दिन टोल प्लाजा पर पास के लिए जा रहे पैसों को लेकर नोक-झोंक होती रहती है।

2000 लोगों की जेब हो रही ढीली
फ्री पास के पैसे लिए जाने से टोल पर रोजाना तकरीबन 2000 लोगों की जेब कट रही है। इस टोल प्लाजा से करीब 10 हजार वाहन रोजान गुजरते हैं, जिसमें से दो हजार के करीब लोकल वाहन होते हैं, जो रोजमर्रा के कार्य और निजी कार्य व व्यवसाय के लिए देहरादून शहर आते-जाते हैं।

विधायक से भी हो चुकी है बहस
टोल प्लाजा कर्मी क्षेत्रीय विधायक की भी नहीं सुन रहे हैं। बताया जा रहा है कि फ्री पास के पैसे लिए जाने की शिकायत के बाद विधायक कुछ दिन पहले बृज भूषण गैरोला लच्छीवाला टोल प्लाजा पर पहुंचे। इस दौरान उनकी मनमाने तरीके से पब्लिक को परेशान करने वाले कंपनी कर्मचारियों के बहस भी हुई। विधायक के समझाने के बाद भी टोल कर्मी लोकल लोगों से फ्री पास के पैसे ले रहे हैं।

315 रुपये चुकाने पड़ रहे मंथली
क्षेत्रीय लोगों को भी अब पहले मुफ्त में दिया जाने वाले मासिक पास के 315 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं। टोल रेट रिवाइज होने के बाद विशेष पास के लिए देशभर में 20 किमी। रेडियस के लिए अब 315 रुपये लिए जा रहे हैं, लेकिन संचालन कर रही निजी कंपनी इसे मानने को तैयार नहीं है।

लच्छीवाला टोल प्लाजा पर मनमाने तरीके से पब्लिक को ठगा जा रहा है। पब्लिक के शोषण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रमोद कपरुवाण, सोशल एक्टिविस्ट

काफी संघर्ष के बाद सरकार ने लोकल लोगों के लिए फ्री पास की सुविधा दी थी, जिसे कंपनी अपने कमाई के चक्कर में जबरन छीन रही है।
बुद्धदेव सेमवाल, कांगे्रस नेता

टोल प्लाजा लोकल लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। कुछ ही दूरी के सैकड़ों रुपये जेब से ढीले हो रहे हैं, यह पब्लिक के साथ अन्याय है।
उम्मेद बोरा, किसान नेता

टोल प्लाजा पर लोकल लोगों के साथ कंपनी के कर्मचारी आए दिन दबंगई दिखा रहे हैं। लोकल लोगों को पूर्व सुविधाओं को लेकर फिर जनांदोलन छेड़ा जाएगा।
मनोज नौटियाल, चेयरमैन, संयुक्त किसान मोर्चा
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