देहरादून (ब्यूरो) सहारनपुर चौक पर पिछले एक साल से ट्रेंच सीवर लाइन का काम जारी है। कई बार दावे किए गए थे कि मानसून से पहले इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। लेकिन, वस्तुस्थिति सबके सामने है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि निर्माण कार्य आखिरी चरणों में है। लेकिन, बारिश के सीजन में यहां पर जाम के साथ वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टनगर रोडवेज वर्कशॉप बारिश से पानी-पानी हो गया है। यहां लगातार दो-तीन दिन बारिश हो जाए तो कई बार आने-जाने वाली बसें गोते लगाती नजर आ जाती हैं। विभाग ने मानसून पूर्व किसी भी प्रकार की तैयारियों की जहमत नहीं उठाई। मानसून में बिजली के पोल कितने खतरनाक हो जाते हैं। ये किसी से छुपा नहीं है। पोल पूरी तरह है डैमेज हैं। लेकिन, यूपीसीएल को इससे कोई लेना देना नहीं। कई बार स्थानीय लोग अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं। सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिल रहा है।

मानसून में ज्यादा संवेदनशील इलाके
-आईएसबीटी
-रायपुर
-प्रिंस चौक
-परेड ग्राउंड
-रिस्पना पुल
-शिमला बाईपास
-प्रेमनगर
-धर्मपुर

सड़क के लिए पीएम से गुहार
राज्य सरकार से निराशा हाथ लगने के बाद कौलागढ़ निवासियों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर शहीद नीरज थापा द्वार से मसंदावाला तक की सड़क बनाने की गुहार लगाई है। सोशल एक्टिविस्ट विनोद जोशी के मुताबिक शहीद द्वार से मसंदावाला तक करीब 3 किमी की सड़क वर्षों से खराब है। लेकिन, बरसात के मौसम में ये सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जबकि, पीडब्ल्यूडी विभाग प्रांतीय खंड से कई सालों से सड़क को बनाने की अपील की गई है। बावजूद इसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज की गई। वहां से भी निराशा ही हाथ लगी। मांग की है कि करीब 20 वर्ष पहले इस सड़क का निर्माण कार्य किया गया था। तब से ये सड़क जस के तस है।

इन इलाकों को जोड़ती है ये सड़क
-कौलागढ़
-बाजावाला
-मसंदावाला
-आमवाला
-फूलसनी
-सहसपुर
-भाऊवाला।
विकासनगर।

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