देहरादून (ब्यूरो)। देहरादून स्थित एसडीसी फाउंडेशन ने 2017 और 2022 में हुई पोलिंग के आंकड़ों का तुलनात्मक विश्लेषण जारी किया है। यह विश्लेषण बताता है कि उत्तराखंड में चम्पावत और चमोली को छोड़कर बाकी सभी जिलों में इस बार 2017 की तुलना में कम वोट पड़े हैं। चम्पावत जिले में इस बार पोलिंग में 0ण्4 परसेंट का इजाफा हुआ है, जबकि चमोली जिले में सबसे ज्यादा 1.2 परसेंट की बढ़ोत्तरी हुई है।

दून सहित मैदानों में कम पोलिंग
देहरादून के शहरी इलाकों की तुलना में सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में ज्यादा पोलिंग हुई। पर्वतीय सीट विकासनगर में सबसे ज्यादा 75.8 परसेंट पोलिंग हुई, यह 2017 की तुलना में 5.11 परसेंट ज्यादा है। 2017 में विकासनगर में 70.7 परसेंट वोटर्स ने वोट डाले थे। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 54.8 परसेंट पोलिंग हुई। 2017 में यहां 57.56 परसेंट वोटिंग हुई थी। विकासनगर, रायपुर और मसूरी को छोड़कर दून की सभी सीटों पर इस बार 2017 के मुकाबले वोटिंग परसेंट में गिरावट दर्ज की गई।

सीट वाइज पोलिंग
सीट 2017 2022
विकासनगर 70.7 75.18
सहसपुर 72.96 72.53
चकराता 72.7 66.65
डोईवाला 67.84 65.75
ऋषिकेश 64.79 61.97
रायपुर 59.77 60.50
मसूरी 58.06 58.90
देहरादून कैंट 57.14 56.33
राजपुर रोड 58.01 55.20
धर्मपुर 57.56 54.80
जिला 63.53 62.40

पोलिंग परसेंट में अंतर
उत्तराखंड सरकार की ओर से मंडे रात को राज्य में पोलिंग परसेंटेज 65.1 बताया गया था। लेकिन चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप पर ट्यूजडे शाम 6 बजे अपलोड किये गये आंकड़ों के अनुसार यह 64.29 परसेंट दर्शाया गया है। देहरादून में मंडे को पोलिंग परसेंट 62.24 दर्शाया गया था, जो ऐप में ट्यूजडे शाम 62.40 दर्ज किया गया है।।

हरिद्वार में सबसे ज्यादा पोलिंग
एसडीसी फाउंडेशन द्वारा किये गये विश्लेषण के अनुसार इस बार हरिद्वार में सबसे ज्यादा 74.06 परसेंट वोटर्स ने वोट डाले, यह 2017 के मुकाबले 1.62 परसेंट कम रहा। ऊधमसिंह नगर जिले में पोलिंग परसेंटेज में सबसे बड़ी कमी दर्ज की गई। 2017 में यहां 76.01 परसेंट पोलिंग हुई थी, जबकि इस बार केवल 71.45 परसेंट लोगों ने ही वोट डाले। यानी 2017 के मुकाबले इस बार 4.56 कम वोटर्स ने वोट डाले। चमोली जिले में इस बार वोटर्स में पिछली बार की तुलना में ज्यादा उत्साह नजर आया। यहां 2017 में 59.12 परसेंट लोगों ने वोट डाले थे, जबकि इस बार 60.32 परसेंट वोटर्स वोट देने पहुंचे। चमोली के अलावा एक मात्र चम्पावत ऐसा जिला है, जहां इस बार पोलिंग परसेंटेज बढ़ा है। चम्पावत में 2017 में 61.43 परसेंट लोगों ने वोट डाले थे, जबकि इस बार 61.83 परसेंट पोलिंग हुई।