- 23 अगस्त से शुरू हो रहा है राज्य विधानसभा का मानसून सत्र
- कोरोना के लक्षण दिखने पर माननीयों को कराना होगा आरटीपीसीआर
देहरादून,
सोमवार 23 अगस्त से राज्य विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। जिसको लेकर तैयारियों को फाइनल टच दे दिया गया है। लेकिन, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्पष्ट किया है कि सत्र के दौरान कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लगाए हुए 15 दिन का समय पूरा होने पर बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के विधानसभा परिसर में प्रवेश मान्य होगा।
वैक्सीन की डबल डोज पर एंट्री
शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग की अपर सचिव सोनिका के साथ बैठक ली। दरअसल, पिछले दिनों सत्र को लेकर विस अध्यक्ष की अध्यक्षता में सुरक्षा बैठक हुई। जिसमें कहा गया था कि सत्र के दौरान विधानसभा परिसर में प्रवेश करने वाले सभी विधायकों, अधिकारियों व कर्मचारियों को आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी जरूरी होगी। जिसके बाद ही पर ही विधानसभा कैंपस में प्रवेश मान्य होगा। इधर, शुक्रवार को अपर सचिव हेल्थ के साथ हुई बैठक के बाद जिन लोगों को वैक्सीन की डबल डोज लग चुकी है। उन्हें बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के परिसर में प्रवेश दिया जाए। इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष ने अपर सचिव हेल्थ के साथ बैठक ली। अपर सचिव ने विस अध्यक्ष को जानकारी दी कि सरकार की ओर से एक ऐसी एसओपी जारी है। जिसमें डबल डोज लगाये हुए 15 दिन पूरे होने पर लोगों को बिना टेस्ट के राज्य में प्रवेश करने की अनुमति है।
लक्षण पर आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी
बताया गया है कि उसी एसओपी का पालन करते हुए विधानसभा सत्र के दौरान भी विधायकों, अधिकारियों कर्मचारियों, मीडियाकर्मियों व अन्य लोगों को भी बिना टेस्ट के परिसर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा सकती है। लेकिन, विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र के दौरान प्रवेश करने वाले सभी आगंतुकों से अनुरोध किया है कि वह अपने कोरोना वैक्सीन की डबल डोज का प्रमाण पत्र अवश्य लेकर आएं। ये प्रमाण पत्र 15 दिन पहले का होना जरूरी होगा। स्पीकर ने कहा कि जिन लोगों को डबल डोज नहीं लगी है, उन्हें टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना आवश्यक होगा। इसके बाद ही उन्हें कैंपस में प्रवेश दिया जा सकेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि जिन लोगों को डबल डोज लगाने के बावजूद भी कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो भी उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी आवश्यक होगी।