देहरादून (ब्यूरो)। बताया जता है कि यूटिलिटी जीप सुबह 8 चकराता तहसील में दूरस्थ गांव बायला से 15 पैसेंजर्स को लेकर विकासनगर के लिए चला था। इनमें 10 पुरुष और 5 महिलाएं शामिल थी। वाहन अभी गांव से करीब 100 मीटर दूर ही पहुंचा था कि अचानक ड्राइवर का बैलेंस बिगड़ गया और वाहन गहरी खाई में गिर गया। वाहन को खाई में गिरता देख गांव में चीख-पुकार मच गई। लोग घटनास्थल की तरफ भागे, लेकिन वाहन गहरी खाई में गिरा था, ग्रामीणों के पास अपने स्तर पर रेस्क्यू करने का कोई साधन नहीं था। लोगों ने डिजास्टर कंट्रोल रूम और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही राजस्व पुलिस, थाना चकराता पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
11 लोगों की मौके पर ही डेथ
हादसा इतना भयावह था कि वाहन के परखच्चे उड़ गये। रस्सियों के सहारे रेस्क्यू टीम खाई में उतरी, जहां लोग इधर-उधर बिखरे हुए थे। रेस्क्यू अभियान शुरू होने तक 11 लोगों की डेथ हो चुकी थी, जबकि 4 गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों को 108 एंबुलेंस से सीएचसी चकराता पहुंचाया गया, जहां दो और लोगों की डेथ हो गई। दो हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
11 लोग एक ही गांव के
एक्सीडेंट में मरने वालों में 11 लोग बायला गांव के हैं, जबकि एक व्यक्ति मलेथा और एक खड़काह गांव के हैं। 5 मृतक दो परिवारों के हैं। बायला गांव के एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और बेटी हादसे में मारे गये हैं, जबकि एक अन्य व्यक्ति और उसकी बेटी भी हादसे में शिकार हो गये।
पीएम व सीएम ने जताया दुख
इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है। पीएम ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और डीएम डॉ। आर। राजेश कुमार ने घटनास्थल पहुंचकर मौके का मुआयना किया। सीएम ने घटना की जांच के आदेश देकर जल्द सहायता राशि उपलब्ध कराने को कहा है।
ओवर लोड़िग बनी हादसे का कारण
बायला गांव के हुए हादसे का कारण वाहन में क्षमता से ज्यादा पैसेंजर होना बताया जा रहा है। आमतौर में ट्रैकर जीप वाहन में 8 सीट होती हैं, लेकिन चकराता क्षेत्र में ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा न होने से इन वाहनों में क्षमता से दो गुने पैसेंजर्स लाद दिये जाते हैं। 8 पैसेंजर वाली जीप में 15 लोग सवार थे। इनमें से 13 की डेथ हो गई।