- फूलों की घाटी में गश्त के लिए पहुंचा नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के कर्मचारियों की टीम
- हर साल पहली जून को खोले जाते हैं गेट, इस बार समय से पूर्व ही खिल गए हैं 20 प्रजाति के फूल
JOSHIMATH: विश्व धरोहर फूलों की घाटी के गेट खोलने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन के अनुसार फूलों की घाटी पैदल मार्ग से हिमखंड हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द दो स्थानों पर पैदल पुल का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। घाटी का गेट हर साल एक जून को खोला जाता है।
वन्यजीवों की सुरक्षा को गश्त
चमोली जिले में समुद्रतल से 12995 फीट की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी में इस साल दो फीट बर्फ जमी है। जबकि, बामणधौड़, ध्वारीपैरा, मेरी की कब्र व घुसाधार में बड़े-बड़े हिमखंड खड़े हैं। खास बात यह कि घाटी में इस बार समय से पूर्व ही फूल खिलने लगे हैं। वर्तमान में पोटेंटीला, ब्लू पॉपी, वाइल्ड रोज समेत 20 प्रजाति के फूल खिले हुए हैं। फूलों की घाटी वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही इस बार फूलों की घाटी को टूरिस्ट्स के लिए खोला जाएगा। हालांकि, विभाग ने अपने स्तर से गेट खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। पैदल मार्ग से हिमखंड हटाने के साथ क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत की जा रही है। वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए घाटी की गश्त भी शुरू की गई है।