देहरादून, ब्यूरो: प्रदूषण को लेकर दिल्ली में पुरानी बीएस-4 डीजल बसों के प्रवेश पर बैन के बाद उपजे संकट से परिवहन निगम को निकालने के लिए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में परिवहन विभाग के और परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर नया एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। जिसके तहत परिवहन निगम को वर्तमान में दिल्ली के लिए अनुमन्य सुपर डीलक्स बीएस-6 वॉल्वो, बीएस-6 साधारण और अनुबंधित सीएनजी बसों को एक दिन में तीन फेरे (डेढ़ ट्रिप) संचालित करने के निर्देश दिए हैं। निगम के पास ऐसी 12 वॉल्वो और 180 अनुबंधित सीएनजी साधारण और 77 बीएस-6 डीजल साधारण नई बसें हैं, जो दिल्ली जा रही हैं। इसके अलावा 41 बसें बीएस-6 डीजल अनुबंधित भी हैं, जो स्थानीय मार्गों पर चल रही थी, उन्हें भी अब दिल्ली भेजा जा रहा है। राज्य सरकार ने निगम को 175 नई बसों की खरीद प्रक्रिया भी शीघ्र करने के निर्देश दिए हैं।
194 बसें है खड़ी
शनिवार से लागू प्रतिबंध से पूर्व दिल्ली के लिए उत्तराखंड से 504 बसें नियमित दिल्ली जा रही थी, जिनमें करीब 50 हजार यात्री प्रतिदिन आवागमन कर रहे थे। वर्तमान में 310 बसें ही दिल्ली के लिए संचालित हो रही हैैं। शेष 194 बसें खड़ी हो गई हैं। प्रतिबंध से पहले निगम की 53 वॉल्वो बसों में से 45 दिल्ली मार्ग पर संचालित हो रही थी। अकेले देहरादून से ही 27 बसें दिल्ली जबकि दो बसें गुरुग्राम जा रही थी। अब यह संख्या मात्र 12 रह गई है, जिसमें 8 देहरादून से चल रही हैं। इन बसों की ऑनलाइन टिकट बुकिंग फिर खोलने के साथ राज्य सरकार ने गत फरवरी में बोर्ड बैठक में स्वीकृत 100 सीएनजी व 75 डीजल बीएस-6 नई बड़ी बसों की खरीद त्वरित निविदा के अंतर्गत करने के निर्देश भी दिए।
इस माह के अंत तक आएंगी बसें
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि एक्शन-प्लान के अंतर्गत 100 सीएनजी बसों की खरीद पहले से चल रही 130 बसों के निविदा पर शुरू कर दी गई है। इनमें 30 सीएनजी बसें मिल गई हैं, जिनके पंजीयन की कार्रवाई की जा रही। इसके अतिरिक्त 130 बीएस-6 बसों में से 77 मिल चुकी हैं, जबकि शेष बसें इस माह के अंत तक आ जाएंगी। यह सभी दिल्ली के लिए संचालित होंगी। अनुबंधित बस ऑपरेटरों से वॉल्वो के विकल्प के तौर पर नई बसें लगाने को भी कहा गया है। बैठक में सचिव परिवहन बृजेश संत भी मौजूद रहे।
मेरठ एक्सप्रेस-वे से संचालित होंगी बसें
एक्शन प्लान के तहत परिवहन निगम दिल्ली जाने वाली आधी बसों को मेरठ एक्सप्रेस-वे संचालित करने की तैयारी कर रहा। वॉल्वो नॉन-स्टॉप सेवा के तहत पहले से इसी मार्ग से नोएडा सेक्टर-62 होते हुए दिल्ली जा रही हैं। इस मार्ग से बसें साढ़े चार से पांच घंटे में दिल्ली पहुंच जाती हैं। ऐसे में वह एक दिन में आराम से तीन फेरे लगा सकती हैं। निगम अधिकारियों को उम्मीद है कि एक्सप्रेस-वे पर संचालन से यात्रियों की संख्या भी बढ़ेगी। अभी तक बसें 24 घंटे में दिल्ली के दो फेरे (आना-जाना) करती थी, लेकिन अब तीन फेरे लगाएंगी।
कौशांबी व मोहननगर तक जाएंगी पुरानी बसें
मुख्य सचिव ने पुरानी डीजल बसों का संचालन दिल्ली सीमा से पूर्व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कौशांबी डिपो और मोहननगर तक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस संबंध में उत्तर प्रदेश राज्य के परिवहन अधिकारियों से वार्ता करने को भी कहा है। जिससे कौशांबी व मोहननगर में बसों के खड़े करने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
रोडवेज पर एक नजर
-वर्तमान में 310 बसें हो रहीं संचालित, पूर्व में चलती थी 504 बसें।
-दून से दिल्ली की 27 वॉल्वो के बदले वर्तमान में चल रही छह वॉल्वो।
-दो वॉल्वो दून से भेजी जा रही गुरुग्राम, चार ऋषिकेश व हल्द्वानी से चल रहीं दिल्ली।
-अकेले दून से दिल्ली के लिए चल रही थी 150 बसें, अब चल रही 41 बसें।
-40 से 45 हजार यात्री प्रतिदिन कर रहे थे यात्रा, अब रह गए 25 हजार यात्री।
-वॉल्वो की ऑनलाइन टिकट बुकिंग फिर खुलने से यात्रियों को मिलेगी राहत।
dehradun@inext.co.in