देहरादून (ब्यूरो) दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पिछले कई दिनों से दून सिटी की ट्रैफिक लाइट को लेकर स्पेशल कैंपेन शुरू किया है। डीजे आई नेक्स्ट की कोशिश है कि जिम्मेदार विभाग इन लाइटों को जल्द सुधारे और पब्लिक को इसका लाभ मिल सके। लेकिन, लंबा वक्त बीत चुका है, शहर के अधितकर चौक चौराहे व तिराहों पर ट्रैफिक लाइटें बदहाल स्थिति में हैं। कब ये विभाग नींद से जागेंगे, स्थिति साफ नहीं हो पा रही है। ऐसे में स्मार्ट सिटी और ट्रैफिक पुलिस भी अब कोई इनिसिएटिव लेने को तैयार नहीं हैं। बताया जा रहा है कि ट्रैफिक पुलिस ने उस फर्म को ट्रैफिक लाइट सुधारने के लिए बुलाया था, जिसको स्मार्ट सिटी ने काम दिया है। लेकिन, वह फर्म अब तक ट्रैफिक पुलिस के पास नहीं पहुंची है। बहरहाल, कुछ चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के साथ होमगार्ड की मदद ली जा रही है। जिससे ट्रैफिक का सही तरीके से संचालन किया जा सके।

यमुना कॉलोनी
चकराता रोड पर ये वो तिराहा है, जहां से अक्सर मंत्रीगण अपने आवास के लिए गुजरते हैं। अधिकतर मंत्रियों के आवास इसी यमुना कॉलोनी में ही हैं। यहां कई बड़े अधिकारी भी निवास करते हैं। लेकिन, इस तिराहे पर कब से ट्रैफिक लाइट आउट ऑफ सिग्नल है, किसी की इस ट्रैफिक सिगनल लाइट की ओर नजर तक नहीं पहुंची। इस चौक पर ट्रैफिक कितना टाइट रहता है, यह खुद फोटोग्राफ में देखा जा सकता है।

बल्लीवाला चौक
बल्लीवाला चौक दून के सबसे व्यस्ततम चौराहों में शामिल किया जाता है। यहां से जीएमएस रोड, बल्लूपुर चौक, वसंत विहार और सहारनपुर चौक की ओर चारों दिशाओं में वाहन गुजरते हैं। फ्लाईओवर के नीचे स्थित होने के कारण इस चौक से कई बार अचानक वाहनों की आवाजाही नजर आती है। यही वजह है कि इस चौक पर अक्सर ट्रैफिक लाइट की आवश्यकता होती है। लेकिन, लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी ट्रैफिक लाइट सुधर नहीं पा रही है।

बिंदाल तिराहा
बिंदाल पुल से सटा तिराहा बिंदाल के लिए घंटाघर से सीधे चकराता रोड और गढ़ी कैंट के लिए वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। बावजूद इसके यहां पर ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए न तो कोई पुलिस कर्मी नजर आते हैं और यहां पर ट्रैफिक लाइट सुधर पाई है। जाहिर है कि पीक टाइम पर तो वाहनों लेफ्ट और राइट टर्न के दौरान वाहन चालकों के पसीने छूट जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर ट्रैफिक लाइट ठीक हो जाए तो काफी हद तक ट्रैफिक मैनेजमेंट हो सकता है। यहां पर मौजूद ट्रैफिक लाइटें शोपीस बनी हुई हैं।