- हरिद्वार बाईपास पर रेंगते रहे वाहन
- जोगीवाला में भी जाम की दिक्कत
देहरादून:
हरिद्वार बाईपास रोड के चौड़ीकरण की राह खुलने में यूं ही नौ साल नहीं लग गए। दरअसल, बाईपास रोड कभी सरकार की प्राथमिकता में रही ही नहीं। चौड़ीकरण के अभाव में यह सड़क बढ़ते यातायात के दबाव में हांफती रही और शनिवार को तो इसकी क्षमता जैसे जवाब ही दे गई। शाम करीब छह बजे से देर रात 10 बजे तक आईएसबीटी से लेकर मोहकमपुर तक भारी जाम लगा रहा। जनता जाम से चार घंटे तक हलकान और अकेले जूझती रही। दूसरी तरफ पुलिस शहर में यातायात व्यवस्था बनाने में व्यस्त रही और बाईपास रोड के यातायात को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया।
फेस्टिव सीजन के कारण दबाव ज्यादा
रक्षाबंधन पर बाजार में दोपहर से ही वाहनों का दबाव बढ़ने लगा था। इसके बाद भी जिस बाईपास रोड पर दून की आबादी के साथ ही राजमार्ग (सहारनपुर व हरिद्वार के बीच) के यातायात का दबाव भी रहता है, वहां की व्यवस्था पुलिस के प्लान में हाशिये पर दिखी। पुलिस कर्मी शहर की यातायात व्यवस्था संभालने में व्यस्त रहे और बाईपास रोड की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। शाम होते-होते इस सड़क पर यातायात दबाव इतना अधिक हो गया कि वाहनों के चक्के थम गए। एक घंटे में ही जाम की स्थिति विकट हो गई और आइएसबीटी से लेकर मोहकमपुर तक हालात बेकाबू हो गए। दो घंटे तक रिस्पना पुल व जोगीवाला को छोड़कर कहीं पर भी पुलिस नहीं दिखी। जिस कारण सड़क के करीब चार किलोमीटर हिस्से पर जनता स्वयं ही जाम से जूझती नजर आई। इस दौरान वाहनों को आइएसबीटी से मोहकमपुर पहुंचने में करीब डेढ़ से दो घंटे लग गए। समझा जा सकता है कि इतनी कम दूरी पर वाहन सड़कपर किस कदर पैक रहे होंगे।
स्थानीय लोगों को भी झेलनी पड़ी परेशानी
जो व्यक्ति अन्य राज्यों से दून आ रहे थे या बाईपास रोड के माध्यम से अन्य क्षेत्रों में जा रहे थे, सिर्फ वही जाम में नहीं फंसे। जाम से हलकान रहने वालों में बड़ी संख्या स्थानीय नागरिकों की भी थी। शहर की बड़ी आबादी बाईपास रोड से सटे बंजारावाला, मोथरोवाला, कारगी, सरस्वती विहार, बंगाली कोठी, टर्नर रोड, क्लेमेनटटाउन आदि क्षेत्रों में रहती है। शहर के मुख्य हिस्सों के बीच आवागमन के लिए बाईपास रोड बड़ा जरिया है। लिहाजा, शनिवार शाम को जिस किसी ने भी यहां से आवागमन किया, उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ी। जब बाईपास रोड का जाम मोहकमपुर तक बढ़ा तो इससे संबंधित क्षेत्रों में निवास करने वाले व्यक्ति भी परेशान रहे।