- रोड के किानरे फुटपाथों पर सजी दुकानें, सड़क पर चलने को मजबूर लोग
- कब्जों के चलते सड़क पर लगता है जाम, कार्रवाई के नाम पर महज चालान

देहरादून (ब्यूरो): कई बार फुटपाथ पर गुजरने पर व्यापारी पैदल यात्रियों को तिरछी नजर से देखते हैं। कई बार व्यापारियों को लगता है कि पब्लिक फुटपाथ पर नहीं उनकी दुकान के अंदर चल रही है। इसकी वजह फुटपाथ पर रखा उनका सामान है। ऐसे में फुटपाथ होते हुए भी लोगों को सड़क पर नहीं चलना पड़ता है। ऐसे में ये फुटपाथ किस काम है। कई जगहों पर फुटपाथ फड़ सज जाती है। दिन में फुटपाथ दिखते ही नहीं है, बाजार बंद होने के बाद जरूर फुटपाथ दिखने लगते हैं।
जाम से हो रहे परेशान
दरअसल फुटपाथ ट्रैफिक का ही हिस्सा होते हैं। सड़कों के किनारे फुटपाथ बनाए जाते हैं, ताकि पैदल चलने वाले सड़क के बजाय फुटपाथ इस्तेमाल करें और ट्रैफिक स्मूथ चलता रहे, लेकिन दून में ज्यादातर फुटपाथों पर कब्जे हैं।
कार्रवाई महज खानापूर्ति
फुटपाथों पर कब्जों के खिलाफ समय-समय पर नगर निगम और पुलिस-प्रशासन की ओर से अभियान चलाया जाता है, लेकिन ये अभियान महज चालान तक ही सिमट कर रह जाता है। कई जगहों पर फुटपाथों से कब्जे खाली करवाए भी जाते हैं, तो अगले दिन उस जगह पर फिर अतिक्रमण हो जाता है, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं होती है।
फुटपाथों पर आधी दुकानें
फुटपाथों पर सामान लगाना व्यापारियों की आदत सी बन गई है। सुबह ही फुटपाथों पर पूरी दुकानें सज जाती हैं। जिससे दिनभर लोगों को फुटपाथ पर चलने की जगह नहीं मिल पाती है। शाम को फुटपाथों पर रेहड़ी-ठेली और फास्ट फूड की दुकानें सज जाती है। ऐसे में पब्लिक फुटपाथ पर चले तो कैसे। कब्जों की बहार से पब्लिक गुस्से में है।
नगर निगम की कार्यप्रणाली सवालों में
सड़क और फुटपाथों से अतिक्रमण हटाना नगर निगम का काम है। नियमानुसार नगर निगम अतिक्रमणकारियों को नोटिस देगा और उसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। लेकिन आज तक ऐसा बहुत कम हुआ है, जिन व्यापारियों पर एफआईआर हुई भी उनके मामलों को भी आगे नहीं बढ़ाया गया, जिससे स्थिति जस की तस बनी हुई है।

भीड़ वाले इलाकों में कब्जे
पलटन बाजार
घंटाघर
राजपुर रोड
चकराता रोड
इनामुल्ला बिल्डिंग
प्रिंस चौक
मोती बाजार
तहसील चौक
सहारनपुर चौक
सब्जी मंडी
पटेलनगर
धर्मपुर
नेहरू कॉलोनी

फुटपाथ व्यापारियों की प्रॉपर्टी नहीं है। फुटपाथ पर चलने वाले राहगीरों को व्यापारी ऐसे देखते हैं कि वह फुटपाथ पर नहीं उनकी दुकान के अंदर चल रहे हों।
मुकेश नवानी, कांवली रोड

सब जगह फुटपाथों पर व्यापारियों का कब्जा हैं। शहर में कहीं भी फुटपाथ खाली नहीं दिखते। नगर निगम और पुलिस केवल चालान तक ही सीमित है। इसे लिए सख्त कानून बनाया जाना चाहिए।
अतुल गोयल, जीएमएस रोड

शहर में हर जगह फुटपाथ पर दुकानें सजी है। इस पर नगर निगम और पुलिस की कोई नजर नहीं जाती है। यदि नजर जाती है तो कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है।
रेखा पैन्यूली, पटेलनगर

फुटपाथों पर लगने वाली रेहड़ी-ठेलियों और फास्ट फूड की दुकानों पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इससे हर समय सड़क जाम की स्थिति बनी रहती है।
बालकृष्ण जगूड़ी, राजपुर रोड

नगर निगम ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर लगातार फुटपाथों पर कब्जों के खिलाफ कार्रवाई करता आ रहा है। भविष्य में इसके लिए सख्त कानून बनाए जाने की जरूरत है। इसके बाद ही इस पर अंकुश लग पाएगा। इस पर विचार किया जा रहा है।
मनुज गोयल, आयुक्त, नगर निगम, देहरादून
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