राज्य की प्रमुख घाटियों की भी की जाए पर्यटन की दृष्टि से ब्रांडिंग

देहरादून, 19 मई (ब्यूरो)।

ये निर्देश सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सशक्त उत्तराखंड ञ्च25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किये गये। अल्प, मध्य व दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये। सीएम ने कहा कि सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ राज्य के सभी पात्र लोगों को मिले, इसके लिए ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए। जिससे यह पता चले सके कि कौन सा परिवार किन योजनाओं का लाभ लेने का पात्र है और कितने परिवार योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। जो जरूरतमंद लोग सरकार की कई जन कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। उनको तमाम संचार व प्रचार माध्यमों से योजनाओं की जानकारी दी जाए।

सीएम ने दिए निर्देश
-राज्य में होम स्टे को और बढ़ावा देने की जरूरत।
-होम स्टे को बढ़ावा देकर आर्थिकी को भी मिलेगा बढ़ावा।
-सीएम जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से भी अपील
-अपने जनपद भ्रमण के दौरान होम स्टे में जरूर रुकें।
-इससे होट स्टे को मिलेगा बढ़ावा।
-होम स्टे चलाने वालों को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाए।

कार्य धरातल पर दिखने हों शुरू
सीएम ने निर्देश दिए कि अगले 10 सालों का विभागों द्वारा जो रोडमैप तैयार किया जा रहा है, उसमें भविष्य की सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए चरणबद्ध तरीके से कार्य किये जाएं। 2025 तक जिन कार्यों व योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उनमें अभी से कार्य धरातल पर दिखने शुरू हो जाएं। उन्होंने 2030 तक के पूरे रोडमैप पर सुनियोजित तरीके से कार्य किये जाने के निर्देश दिए।

टूरिज्म व पीडब्ल्यूडी की हो संयुक्त बैठक
सीएम ने निर्देश दिये कि जल्द ही पर्यटन विभाग व पीडब्ल्यूडी की संयुक्त बैठक हो। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर सड़क कनेक्टिविटी का जरूरी है। राज्य के चिन्हित वाइब्रेंट विलेज के आस-पास भी टूरिज्म एक्टिविटीज को तेजी से बढ़ावा दिया जाए। पर्यटक स्थलों के आस-पास हेलीपैड की भी व्यवस्थाएं रखी जाएं। मानसखंड मन्दिर परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के लिए भी कहा। फस्र्ट फेज में जिन 16 मंदिरों को चिन्हित किया गया है। उन पर मिशन मोड में कार्य हों। हर जनपद में स्थित घाटियों के महत्व व प्राकृतिक उत्पादों को पहचान दिलाने के लिए भी कार्ययोजना बने।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज बोले
-राज्य में ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग की संभावनाएं।
-धार्मिक व पर्यटक स्थलों पर लोकल प्रोडक्ट्स को मिल रहा बढ़ावा।
-आध्यात्मिक व साहसिक पर्यटन को भी दिया जा रहा बढ़ावा।
-वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन के क्षेत्र में भी हो रहे कार्य।