देहरादून, (ब्यूरो): भले ही वर्ष 2019 में राजधानी दून में शुरू की गई स्मार्ट पार्किंग बंद हो गई हो। लेकिन, जिन स्थानों पर स्मार्ट पार्किंग शुरू की गई थी, उन जगहों पर अब नगर निगम नए सिरे से वाहनों की पार्किंग शुरू करने की तैयारी कर रहा है। निगम का कहना है जिन इलाकों पर पार्किंग शुरू किया जा रहा है। इनमें अधिकतर वे ही स्थान हैं, जहां पर स्मार्ट पार्किंग शुरू की गई थी। निगम का कहना है कि पार्किंग की डिमांड को देखते हुए इन जगहों पर पार्किंग शुरू करने के बाद वाहन स्वामियों को राहत मिलेगी और निगम की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।

नहीं होगा स्मार्ट पार्किंग नाम

दून शहर में पार्किंग किसी चुनौती से कम नहीं है। पार्किंग को देखते हुए एमडीडीए से लेकर पुलिस, प्रशासन और नगर निगम जैसे विभागों ने कई प्रयोग कर दिए हैं, लेकिन दिन-ब-दिन पार्किंग की समस्या विकराल हो रही है। जिसका असर सीधे ट्रैफिक पर पड़ रहा है। इसी क्रम में अब नगर निगम ने घंटाघर से लेकर मसूरी डाईवर्जन तक नगर निगम क्षेत्र के तहत 7 स्थानों पर पार्किंग संचालन करने की तैयारी कर दी है। बाकायदा, इसके लिए टेंडर भी निकाले जा चुके हैं। नगर निगम के उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल के मुताबिक जारी टेंडर के मुताबिक पार्किंग संचालन के लिए अनुबंध की तिथि 2 वर्ष के लिए की गई। जिसकी लास्ट डेट 18 अक्टूबर को तय की गई है। हालांकि, नगर निगम ने इन पार्किंग स्थलों को स्मार्ट पार्किंग नाम नहीं दिया है।

ऐसी होगी नगर निगम की पार्किंग

-घंटाघर में मुख्य डाक घर के सामने पटेल पार्क के आगे 80 टू-व्हीलर की पार्किंग।

-पंजाब ज्वैलर्स के सामने व गांधी पार्क के आगे राजपुर रोड पर 80 टू व्हीलर व 35 फोर व्हीलर की पार्किंग।

-जेजे टॉवर से एचडीएफसी बैंक तक राजपुर रोड पर 80 फोर व्हीलर की पार्किंग।

-आनंदम स्वीट्स से यूटेंसिल स्टोर तक राजपुर रोड पर 40 फोर व्हीलर की पार्किंग

-वन विभाग के गेट से वल्र्ड ट्रेड सेंटर राजपुर रोड पर 100 फोर व्हीलर व 100 टू व्हीलर की पार्किंग।

-स्कॉलर होम गेट से आईसीआईसीआई बैंक तक राजपुर रोड 80 फोर व्हीलर की पार्किंग

-पैसेफिक हिल्स के आगे मसूरी डायवर्जन पर मसूरी रोड पर 50 फोर व्हीलर पार्किंग।

नगर निगम की ओर से पार्किंग को लेकर व्यवस्था बनाई जा रही है। घंटाघर से लेकर मसूरी डायवर्जन तक पार्किंग के लिए करीब 1 करोड़ के टेंडर जारी किए गए हैं। ये वही स्थान हैं, जहां पर ब्रिडकुल स्मार्ट पार्किंग संचालित करता था। उम्मीद है कि इससे लोगों को काफी लाभ मिलेगा। -गोपालराम बिनवाल, उप नगर आयुक्त।

ऐसी होती थी स्मार्ट पार्किंग

कई विभागों की मंजूरी के बाद दून शहर में वर्ष 2019 में मेट्रो सिटीज की तर्ज पर स्मार्ट पार्किंग की शुरुआत की गई थी। मकसद था, मोबाइल एप के जरिए घर बैठे ही लोगों को पार्किंग की सुविधा मिले। इसके लिए एमडीडीए ने ब्रिडकुल को जिम्मा सौंपा और ब्रिडकुल ने दिल्ली के किसी फर्म को इन स्मार्ट पार्किंग की जिम्मेदारी सौंपी। कुछ वर्षों तक ये व्यवस्था बेहतर तौर पर चली। लेकिन, कोविड में ये व्यवस्था धड़ाम हो गई। स्मार्ट पार्किंग का संचालन करने वाली कंपनी ने कहा कि कोविड के कारण लोग वाहनों की पार्किंग के एवज में शुल्क नहीं दे रहे हैं। जिससे उनका खर्चा ज्यादा बढ़ रहा है और आमदनी कम हो रही है। कुछ समय बाद वर्ष 2023 में ये व्यवस्था चौपट हो गई और ब्रिडकुल ने भी इस पर काम न करने को लेकर एमडीडीए के सामने हाथ खड़े कर दिए। तब से लेकर अब तक ये स्मार्ट पार्किंग के स्थान खाली हैं। जहां पर या तो आड़े-तिरछे वाहन पार्क हो रहे हैं या फिर अतिक्रमण व्याप्त है।

स्मार्ट पार्किंग की ये थी दरें

-20 से लेकर 55 रुपए तक

-टू-व्हीलर के 1 घंटे के 20 रुपए

-3 घंटे के लिए 30 रुपए

-फोर व्हीलर के लिए 1 घंटे का 30 रुपए

-3 घंटे के लिए 55 रुपए

ये स्थान थे चिन्हित

घंटाघर, यूनिवर्सल पेट्रोल पंप, गांधी पार्क के सामने, बाटा शोरूम, मोडा एलीमेंट, क्वालिटी होटल, पैटिशियन कॉलेज फॉर वुमेन, सिंडिकेट बैंक, शिवा पैलेस, बहल चौक, कृष्णा टावर, मेक प्लाजा, विशाल मेगा मार्ट की अपोजिट साइड, जसवंत मॉडर्न स्कूल, बजाज शोरूम, कोहली म्यूजिक सेंटर, अमृतधारा फार्मेसी, रमन ब्लैक बर्ड और आईएसबीटी शामिल रहे।

एप से होता था संचालन

-वाहनों की निगरानी को पार्किंग स्थलों पर कैमरे लगने का था दावा।

-पार्किंग को तैयार किया था एप, घर बैठे होती थी बुकिंग।

-ऑन स्ट्रीट पार्किंग दिया था नाम, लगे थे साइन बोर्ड

-दिव्यांगों के लिए रिजर्व किए गए थे पार्किंग स्थल।

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