देहरादून (ब्यूरो) हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा इस बार यात्रियों को यात्रा मार्ग पर पहले से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। सरकार का स्पेशल फोकस बदरीनाथ व केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर है। जल्द उपकरण अस्पतालों में पहुंच जाएंगे। सचिव के अनुसार यात्रा के लिए एसओपी 11 भाषाओं में तैयार की गई है। यात्रियों के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, तेलगू समेत 9 रीजनल लैंग्वेजेज में एसओपी तैयार कर बाहरी राज्यों को भेज दी है। जिससे दूसरे राज्यों से आने वाले यात्री अपनी भाषाओं में स्वास्थ्य से संबंधित दिशा-निदर्शों का आसानी से पालन कर सकें।
अन्य राज्यों के डॉक्टर्स से अपील
सरकार ने यात्रा में उत्तराखंड के अलावा दूसरे अन्य राज्यों के भी डॉक्टर अपनी सेवायें देने को इच्छुक रहते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य द्वारा सभी राज्यों के हेल्थ सेक्रेटरीज को पत्र लिखकर चारधाम यात्रा में कार्य करने को इच्छुक डॉक्टरों के संबध में जानकारी मांगी है।
यात्रियों को सलाह
-कम से कम 7 दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं।
-केदारनाथ व यमुनोत्री धाम में पैदल चलते वक्त हर 1 से 2 घंटे के बाद 5 से 10 मिनट तक करें आराम।
-यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, अंब्रेला व हेल्थ जांच को ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर जरूरी।
-हार्ट पेशेंट, ब्लड प्रेशर, जरूरी दवा व डॉक्टर का नंबर रखें जरूरी।
-यात्रा के दौरान सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आने पर मेडिकल रिलीफ प्वाइंट में पहुंचे।
-यात्रा मार्गों पर स्थापित होंगे हेल्थ एटीएम।
-एटीएम में ब्लड प्रेशर, सुगर, वेट, लंबाई, शरीर का तापमान जैसी जांच होंगी।
-किसी भी प्रकार की स्थिति में 24 घंटे स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सलाह मिल सकेगी।
यात्रा मार्ग पर डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। यात्रा में आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं मिले, इंतजाम किए गए हैं। अबकी बार किसी भी यात्री को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी।
-डॉ। आर राजेश कुमार, हेल्थ सेक्रेटरी, उत्तराखंड।
dehradun@inext.co.in