देहरादून(ब्यूरो) संडे सुबह नशे के खिलाफ जन अभियान की टीम सेलाकुई के पुरबिया चौक पर एकत्रित हुई। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और खासकर महिलाएं नशे के खिलाफ नारे लगाते और जनगीत गाते हुए जन जागरूकता मार्च में शामिल रहीं। मुख्य रोड पर दुकानदारों और लोगों से नशा विरोधी अभियान में शामिल होने की अपील करते हुए मार्च आगे बढ़ा। जैसे-जैसे जागरूकता मार्च आगे बढ़ता रहा, वैसे-वैसे स्थानीय लोग, दुकानदार, रिक्शा चालक और अन्य लोग भी मार्च से जुड़ते चले गए।
पुलिस को भी लिया आड़े हाथों
करीब दो घंटे तक चले नशा विरोधी जन जागरूकता मार्च के दौरान जगह-जगह नुक्कड़ सभाएं की गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि नशे की तस्करी पर पुलिस पूरी तरह से अंकुश नहीं लगा पा रही है। नशे के तस्करों की नजर हमारे घरों के एक-एक बच्चे पर है। इसलिए इस लड़ाई में सभी को शामिल होने की जरूरत है।
इन संगठनों ने दिया समर्थन
नशा विरोधी अभियान का रिक्शा यूनियन सेलाकुई, बालाजी सेवा संस्थान और ओबीसी महासंघ ने समर्थन किया। संगठनों ने कहा कि नशे के विरोध में जहां भी आंदोलन होगा, वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने का प्रयास करेंगे।
शराब माफिया पर कसें लगाम
जन अभियान टीम ने ऋषिकेश में पत्रकार पर शराब माफिया द्वारा किये गये हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। यह हमला बताता है कि माफिया नशे के विरोध में उठने वाली हर आवाज का कुचलने की फिराक में हैं। जागरूकता मार्च में उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ। रवि चोपड़ा, पूर्व शिक्षा निदेशक नंद नंदन पांडे, जितेंद्र कुमार, चंद्रकांता, भुवन, राजीव, राहुल, विकास, सुभाष, नीना गुप्ता, सुमित्रा रावत, आशा रावत, शकुंतला गुसाईं, सुनीता रावत, किरन नेगी, पद्मा गुप्ता, विजय नैथानी मुख्य रूप से शामिल रहे।
ड्रग्स व नशे के धंधे को कराएं बंद
नशा विरोधी एक जन अभियान टीम ने नवनियुक्त डीएम सविन बंसल से मुलाकात कर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही उनसे दून में पनप रहे नशे के धंधों बंद कराने का आह्वान किया। ऋषिकेश में पत्रकार पर आरोपियों की ओर से दर्ज कराए मुकदमे को समाप्त करने की मांग की। टीम के सदस्य डॉ। रवि चोपड़ा के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी डीएम कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने देहरादून में तेजी से बढ़ते ड्रग्स के धंधे की डीएम को जानकारी दी।
डीएम ने नशामुक्ति का दिया आश्वासन
टीम ने बताया कि ऋषिकेश में पुलिस के संरक्षण में अवैध शराब का धंधा होने का मामला उठाया था। उन्होंने ऋषिकेश में यू-ट््यूबर योगेश डिमरी पर हुए हमले को दोहराया। डीएम ने आश्वासन दिया कि जिले को नशे से मुक्त करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। इस दौरान कमला पंत, निर्मला बिष्ट, नंदन पांडे, विजय भट्ट, इंद्रजीत कौर, त्रिलोचन भट्ट, हिमांशु चौहान और सुधीर बड़ौला सहित कई पदाधिकारी शामिल रहे।
हरिपुरकलां में नहीं बिकने देंगे नशीले पदार्थ
रायवाला के हरिपुरकलां में बढ़ते नशे के कारोबार के विरुद्ध ग्रामीण एकजुट हुए हैं। इसके लिए एक निगरानी समिति का गठन किया गया जो कि नशीले पदार्थों की बिक्री के विरुद्ध अभियान चलाएगी। साधु बेलापुरम कालोनी में हुई बैठक में अभियान की रणनीति तैयार की गई। ग्रामीणों का कहना था कि हरिपुरकलां क्षेत्र नशे के कारोबार का अड्डा बनता जा रहा है, लेकिन पुलिस-प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहा। इससे गांव का शांतप्रिय माहौल लगातार खराब हो रहा है और आपराधिक गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हो रही है। वहीं, आम जनता को जागरूक करने के लिए जन जागरण रैली भी निकल गई।
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