- एमडीडीए वीसी बंशीधर तिवारी ने किया आईएसबीटी का इंस्पेक्शन
- यात्रियों को हाइटेक सुविधाएं मुहैया कराने को दिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश
देहरादून (ब्यूरो): वीसी बंशीधर तिवारी ने पैसेंजर्स को मिलने वाली व्यवस्थाओं का बारीकी से इंस्पेक्शन कर जायजा लिया। उन्होंने आईएसबीटी की दुर्दशा पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि आईएसबीटी गांव अड््डा नहीं है। यहां देश-विदेश के पैसेंजर्स आते हैं। इसलिए यहां पर व्यवस्थाएं भी उच्च स्तर की होनी चाहिए। उन्होंने आईएसबीटी के स्मार्टनेस के लिए रेनोवेशन कार्य कराने के लिए अधिकारियों को शीघ्र प्रस्ताव सौंपने के निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया, जीएम और एसई एचसीएस राणा, ईई सुनील कुमार, उद्यान अधिकारी एआर जोशी मुख्य रूप से मौजूद रहे।
मिलेंगी हाईटेक सुविधाएं
इंस्पेक्शन के दौरान वीसी बंशीधर तिवारी ने कहा कि सबसे पहले आईएसबीटी में पेंटिंग आदि कर रेनोवेट के अन्य कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि अड्डे के अंदर दुकानों में फसाड़ कार्य होगा, ताकि सभी दुकानें एक लुक में दिखेंगी। आरओ वाटर विद कूलर लगाए जाएंगे। उन्होंने टॉयलेट और वैटिंग हॉल का इंस्पेक्शन करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि आईएसबीटी में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। यहां पैसेंजर्स के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाए। उन्होंने उद्यान अधिकारी को बस अड्डे के चारों तरफ पेड़-पौधे और फुलवारी कर हरियाली से सजाने के निर्देश दिए। बस अड्डे मेंं निगरानी के लिए हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। फ्री वाईफाई की सुविधा जोड़ी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आईएसबीटी को खूबसूरत बनाने के साथ ही यात्रियों को हाईटेक फैसलिटीज उपलब्ध कराई जाए।
अड्डे से मॉल होगा इंटरकनेक्ट
इस दौरान आईएसबीटी के जीएम का कार्य देख रहे एमडीडीए के एसई एचसीएस राणा ने बताया कि आईएसबीटी मॉल को बस अड्डे से इंटरकनेक्ट किया जाएगा, ताकि अंदर से ही यात्री बसों लेट होने पर मॉल आदि में घूम सके। अभी तक कोई ऐसी सुविधाएं नहीं है, जिससे यात्री अड्डे में ठहर सके। इससे जहां मॉल की इनकम बढ़ेगी वहीं यात्रियों को भी सुविधाएं मिलेंगी। फूट कोट यानि कैंटीन में भी एसी की सुविधाएं जुटाई जाएंगी। डिजिटल इंफॉर्मेशन डिसप्ले बोर्ड लगाए जाएंगे, जिसमें बसों के टूर संबंधी जानकारियां होंगी।
मैनेजर को हटाया
आईएसबीटी के संचालन का एमडीडीए ने रैमकी कंपनी से 20 साल का करार किया था। यह करार गत माह खत्म हो गया। 26 जुलाई को एमडीडीए ने रैमकी कंपनी को बाय-बाय कर आईएसबीटी को अपने हाथों में ले लिया है। अब एमडीडीए ने आईएसबीटी का संचालन खुद करने का फैसला लिया है। रैमकी कंपनी के मैनेजर को हटाकर बाकी सभी 72 कर्मचारियों को एमडीडीए ने रख लिया है। 26 जुलाई के बाद इन कर्मचारियों को एमडीडीए अपनी आउटसोर्स कंपनी को सुपुर्द करेगी। बता दें कि रैमकी कंपनी सुविधाओं को लेकर हमेशा चर्चाओं में रही। सीएम से लेकर डीएम ने इंस्पेक्शन कर अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई थी।
20 साल में जर्जर हो गया अड्डा
रैमकी कंपनी ने 20 साल तक बस अड््डे का संचालन किया। इन बीस सालों में कंपनी ने आईएसबीटी के मेंटेनेंस पर कोई ध्यान नहीं दिया। आज यहां व्यवस्थाएं पूरी तरह चरमराई हुई है। बैठने के लिए पैसेंजर्स को चेयर्स तक ढंग की नहीं है। टॉयलेट की हालत बेहद खराब है। वेटिंग रूप में कोई थोड़ी देर तक बैठ नहीं सकता। पेंट तो दूर की बात है। साफ-सफाई भी भगवान भरोसे है। ऐसी कोई चीज नहीं है, जो पैसेंजर यहां दो मिनट बिता सके। आईएसबीटी की दुर्दशा प्रदेश की छवि को खराब कर रही थी, लेकिन अब शायद आईएसबीटी के दिन बहुर सकेंगे।
ये मिलेगी पैसेंजर्स को सुविधाएं
-पेंटिंग के साथ ही चारों तरफ पेड़-पौधे और सजेगी फुलवारी
-दुकानों की सुंदरता को होगा फसाड़ कार्य
-आरओ के साथ लगेंगे वाटर कूलर
-बसों के टूर संबंधी डिजिटल इंफॉर्मेशन बोर्ड
-वेटिंग हॉल में टीवी, एसी
-पैसेंजर्स को बैठने के लिए अच्छी क्वालिटी की चेयर्स
-हाईटेक सीसीटीवी कैमरों के साथ वाईफाई की सुविधा
-कैंटीन में मिलेगी एसी की सुविधा
-टॉयलेट होंगी नीट एंड क्लीन
पैसेंजर्स को बेहतर और आधुनिक सुविधाएं कैसे मिले, इसका जायजा लेने के लिए आज आईएसबीटी का निरीक्षण किया गया। आईएसबीटी का रिनोवेशन किया जाएगा। यात्रियों को उच्च स्तर की सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराकर ऐसा डेवलप किया जाएगा कि दूसरे शहरों के यह नजीर बन जाए।
बंशीधर तिवारी, वीसी, एमडीडीए
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