- बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने के लिए टेंडर जारी
- मुख्य सड़कों पर 500 किमी। लाइन होगी पहले फेज में भूमिगत
देहरादून, (ब्यूरो): योजना के लिए उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने टेंडर जारी कर दिया है। पहले फेज में शहर के मुख्य सड़कों पर 500 किमी। एलटी लाइन भूमिगत बिछाई जाएगी, जिस पर करीब 700 करोड़ खर्च होंगे। भूमिगत केबलिंग का काम 2024 तक पूरा होना है। कार्य अवार्ड होने के 18 माह के भीतर काम पूरा होगा। उम्मीद है कि शहर के लिए जी का जंजाल बने तारों के जाल से अब शहर मुक्त हो जाएगा।
पहले फेज में बिछेगी 500 किमी। लाइन
देहरादून शहर में स्मार्ट सिटी परियोजना से बाहर की मुख्य मार्गों से जल्द ही बिजली के खंभों पर झूलते बिजली तारों का मकडज़ाल हट जाएगा। यूपीसीएल को बिजली के तार अंडर ग्राउंड करने के लिए पैसा मिल गया है। एडीबी पोषित इस परियोजना के पहले फेज में शहर के मुख्य मार्गों पर बिजली तारें भूमिगत होंगी, इसकी लंबाई 500 किमी। है। इसके बाद इंटरनल लाइनों में यह काम शुरू किया जाएगा।
2024 तक होंगी अंडरग्राउंड
योजना का काम बहुत तेजी से होना है। काम केवल नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत होगा। इसमें ग्रामीण एरिया को अभी शामिल नहीं किया गया है। अगले दो साल यानि 2024 में योजना का काम पूरा होना है। योजना के तहत बिजली की 11 और 33 केवी एलटी बिजली लाइनें भूमिगत होनी है।
पहले फेज में ये मुख्य सड़कें होंगी जालमुक्त
राजपुर रोड
मसूरी रोड
रायपुर रोड
सहस्रधारा रोड
चकराता रोड
ईसी रोड
गांधी रोड
घंटाघर से कुआंवाला
सुभाष रोड
कांवली रोड
जीएमएस रोड
शिमला बाईपास
हरिद्वार बाईपास
सहारनपुर रोड
इन शहरों में भी होंगी लाइनें अंडरग्राउंड
देहरादून के अलावा हल्द्वानी, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर आदि जगहों पर बिजली की तारें भूमिगत किए जानी प्रस्तावित है। हालांकि इन शहरों में अति आवश्यकता वाली जगहों पर तारें अंडरग्राउंड होंगी। इन शहरों में जरूरत के हिसाब से अति आवश्यक जगहों पर ही केबल अंडरग्राउंड होंगी।
ये होंगे फायदे
-कटिया डालकर बिजली चोरी नहीं होगी
-आंधी-तूफान में बिजली प्रभावित नहीं होगी
-झूलती तारों की वजह से नहीं होंगे हादसे
-यूपीसीएल को नहीं होगा लाइन लॉस
-उपभोक्ताओं को मिलेगी 24 घंटे बिजली
- मानसून में बिजली पोल और तारों के टूटने का टेंशन नहीं
5 डिवीजन के कंज्यूमर्स होंगे लाभान्वित
साउथ
नॉर्थ
सेंट्रल
रायपुर
मोहनपुर
लाइन अंदर, सड़कें होंगी चौड़ी
सिटी की मुख्य सड़कों से बिजली की लाइनें अंडरग्राउंड होने से सड़कें चौड़ी हो जाएंगी, जिससे सड़की चौड़ाई भी बढ जाएगी। कई जगहों पर सड़कें बिजली के पोलों के चलते बॉटलनेक हैं। उन जगहों अमूमन ट्रैफिक जाम रहता है। तारें भूमिगत होने से सड़कें खुल जाएंगे और ट्रैफिक भी नियंत्रण में रहेगा।
योजना पर एक नजर
सिटी: देहरादून
कार्य का नाम- अंडरग्राउंड केबलिंग
खर्च- 700 करोड़
लंबाई- 500 किमी।
फंडिंग- एडीबी
शहर की मुख्य सड़कों से जल्द बिजली की लाइनें अंडरग्राउंड होंगी। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। 2024 तक अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा किया जाएगा। योजना से जहां बिजली व्यवस्था सुदृढ़ होंगी वहीं उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सकेगी।
एमएल प्रसाद, डायरेक्टर ऑपरेशन, यूपीसीएल