देहरादून, ब्यूरो:
मंगलवार को श्रावण मास की महाशिवरात्रि पर ब्रह्म मुहूर्त में ही देवालयों व शिवालयों में जलाभिषेक शुरू हुआ। जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। वहीं मंदिरों में आने वाले शहर में श्रद्धालु सबसे अधिक गढ़ी कैंट स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर व मानकसिद्ध मंदिर में जलाभिषेक किया।
यहां रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़
टपकेश्वर महादेव मंदिर, मानकसिद्ध मंदिर, नागेश्वर मंदिर, दर्शनलाल चौक स्थित पंचायत मंदिर, पृथ्वीनाथ मंदिर, जूना अखाड़ा पंचायत मंदिर, शिव मंदिर, कालिका माता मंदिर, ब्रद्रीनाथ मंदिर
श्रावण मास की शिवरात्रि का अलग महत्व
टपकेशवर महादेव मंदिर के महंत कृष्ण गिरी ने बताया कि श्रावण मास की शिवरात्रि पर महादेव को जल चढ़ाने का विशेष महत्व होता है। इस दिन शिव भक्त कांवडिये हरिद्वार से जल लेकर महादेव को प्रसन्न करने के लिए चढ़ाते है। वह अपनी अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए व्रत रखते हैं और अभिषेक करते हैं। पौराणिक टपकेश्वर महादेव मंदिर की विशेष महत्वता है। इसीलिए यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। मंदिर समिति की ओर से यहां सभी शिव भक्तों के लिए उचित व्यवस्था रहती है।
शिवालय में की साफ सफाई की व्यवस्था
महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष श्री रोशन राणा जी ने बताया की उनकी संस्था की ओर से ओर से इन दिनों शिव भक्तों की सुविधा स्वरूप शिवालयों में साफ सफ ाई और सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। महाकाल सेवा समिति परिवार की ओर से मंदिर में आए हुए कावडिय़ों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।