देहरादून ब्यूरो। पिछले वर्ष 8 मार्च को चौकी पंडितवाड़ी की टीम रुटीन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान विकासनगर की ओर से एक कार तेजी से आई। पुलिस टीम ने बैरियर लगाकर कार को रोकने का प्रयास किया तो कार चालक ने कार वहां से भगा ली। पुलिस टीम ने कार का पीछा किया। खुद का घिरता देख कार सवार बल्लूपुर चौक के पास कार छोड़कर भाग गये। कार की चेकिंग की गई तो उसमें लगभग 50 किलो डोडा पोस्त बरामद हुआ।

पिता-पुत्र सहित तीन तस्कर
पुलिस ने थाना कैंट में केस दर्ज कर मामले की जांच की तो पिता और पुत्र सहित तीन आरोपियों के नाम सामने आये। इनमें मुंडाखेड़ा निवासी कासिम, उसका बेटा मगरूब और सहारनपुर निवासी मुनबर अली शामिल थे। उनके घरों पर दबिश दी गई तो तीनों फरार थे। आरोपियों के लगातार फरार होने के कारण उन पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया।

बेटा पकड़ा, बाप फरार
एसटीएफ ने कुछ समय पहले मगरूब का गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मुनव्वर अली ने सरेंडर कर लिया था। मगरूब को पिता मोहम्मद कासिम लगातार फरार चल रहा था। एसटीएफ लगातार कासिम की गतिविधियों पर नजर रखने का प्रयास कर रही थी। मंडे को एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि कासिम पुत्र हासिम मुंडाखेड़ा के आस पास ही छिप कर आता-जाता है। आज अपने गांव आया है। एसटीएफ की टीम ने रात में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

शातिर अपराधी है कासिम
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार आरोपी कासिम शातिर अपराधी है। वह पिछले कई वर्षों से नशे की तस्करी करता रहा है। वह पंजाब के खरड़ थाने से भी वांछित है। राज्य के उसके विरुद्ध थाना कैंट, पटेलनगर, हरिद्वार के लक्सर में भी नशा तस्करी के मामले दर्ज हैं।