धाम में अभी भी 8 फीट से ज्यादा बर्फ, बुजुर्ग व बच्चों को यात्रा की अनुमति नहीं
देहरादून, 19 मई (ब्यूरो)। गुरुद्वारा गोङ्क्षवदघाट में अरदास, गुरबाणी, सुखमणि साहिब पाठ और सबद-कीर्तन के बाद तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था सुबह आठ बजे घांघरिया के लिए रवाना हुआ। इससे पहले गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र जीत ङ्क्षसह ङ्क्षबद्रा ने तीर्थ यात्रियों को सरोपा भेंट किया। ट्रस्ट के मुख्य मैनेजर सरदार सेवा ङ्क्षसह ने बताया कि धाम में इस बार पहली अरदास कपाट खुलने के बाद सुबह दस बजे शुरू होगी। ग्रंथी के रूप में मिलाप ङ्क्षसह व कुलवंत ङ्क्षसह धार्मिक कार्यक्रम संपंन्न कराएंगे। बताया, गोङ्क्षवदघाट से दोपहर दो बजे तक ही तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्थान कर सकेंगे। इधर, फिलहाल बुजुर्ग व बच्चों को यात्रा की परमिशन नहीं दी गई है। इसकी वजह मौसम खराबी व यात्रा मार्ग पर बर्फ का होना बताया गया है। हेमकुंड साहिब में अभी भी करीब आठ फीट से अधिक बर्फ मौजूद है।
लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट सुबह 10 बजे खुलेंगे
लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के पुजारी खुशाल ङ्क्षसह चौहान ने बताया कि धाम के कपाट भी सुबह दस बजे ही खोले जाएंगे। इस मौके पर घांघरिया से लेकर भ्यूंडार-पुलना तक के ग्रामीण मौजूद रहेंगे। पारंपरिकम मान्यताएं हैं कि लक्ष्मणजी ने पूर्व जन्म में यहां शेषनाग के रूप में तपस्या की थी।
कपाट खुलने के मौके पर कार्यक्रम
- सुबह 5 बजे पंज प्यारों की अगुआई में घांघरिया से हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होगा तीर्थ यात्रियों का जत्था।
- सुबह 9.30 बजे पंज प्यारों की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को सचखंड साहिब से लाकर दरबार साहिब में किया जाएगा स्थापित।
- सुबह 10 बजे होगी पहली अरदास, 11.15 से 11.30 तक सुखमणि साहिब का पाठ।
-दोपहर 12:30 बजे सबद-कीर्तन, दोपहर एक बजे होगी दूसरी अरदास।