-आरटीओ को इन वीआईपी नंबर के ऑक्शन में रहे एफएम व एफएल नंबर
-यू-ट्यूबर ने 5 लाख 81 हजार रुपये खर्च कर लिया 0002 नंबर
देहरादून।
राजधानी में लोगों को महंगी गाडिय़ां खरीदने के साथ वीआईपी नंबर लेने का भी शौक है। राज्य के आरटीओ ऑफिस की तरफ से नए नंबर की सीरीज जारी करने के बाद वीआईपी नंबरों की नीलामी की जाती है। इस बार महंगी गाडिय़ों के मुकाबले वीआईपी नंबर ज्यादा पैसों में नीलाम हुए हैं। देहरादून में 0001 वीआईपी नंबर यूके07 एफएम0001 की बोली 7 लाख 39 हजार रुपये में नीलाम हुआ है। जिसके लिए आवेदनकर्ता ने 1 लाख रुपये देकर नंबर को रिजर्व भी करा लिया है। साथ ही 0007 के लिए 5 लाख 81 हजार रुपये की बोली लगी है। इस बार वीआईपी नंबर के श्रृंखला में यूके07 एफएम व यूके07 एफएल शामिल रहे।
ये हुए नंबर नीलाम
व्हीकल नंबर - ऑक्शन - रिजर्व एमाउंट
यूके07 एफएम0001- 739000- 100000
यूके07 एफएम0007 - 5,58000- 25000
यूके07 एफएम0002- 229000 - 25000
यूके07 एफएम0003 - 206000- 25000
यूके07 एफएम9999- 202000- 25000
यूके07 एफएम1111- 187000- 25000
यूके07 एफएम7777- 122000- 25000
यूके07 एफएम0006- 81000- 25000
यूके07 एफएम0008- 71000- 25000
यूके07 एफएम0004- 63000- 25000
यूके07 एफएम3333- 54000- 25000
यूके07 एफएम0005- 35000- 25000
यूके07 एफएम4444- 26000- 25000
यूके07 एफएम0009 - 27000- 25000
यूके07 एफएम5555- 26000- 25000
यूके07 एफएम6666- 25000- 25000
यूके07 एफएम0100- 22000- 10000
इन नंबर की भी लगी बोली
आरटीओ की वेबसाइट पर इसे साथ ही यूके07 एफएम 9000 के लिए 13000, यूके07 एफएम7000 के लिए 18 हजार, 0999 के लिए 20 हजार, 0002 के लिए 11 हजार , यूके07 एफएल0022 के लिए 12 हजार, 0777 के लिए 10 हजार रुपये की बोली लगी है। नीलामी में इनका भी नंबर शामिल है।
यू-ट्यूबर ने लिया 0007
इन बार वीआईपी नंबर के ऑक्शन में 0007 को एक यू-ट्यूबर ने ऑक्शन में खरीदा। जबकि इससे पहले वीआईपी नंबर 0001 की बोली में 3 लाख की बोली लगाने वाली रजनी रावत ने इस बार भी 0002 नंबर के लिए 2 लाख 29 हजार रुपये की बोली लगाई है। इसके साथ ही वीआईपी नंबर की बोली में इस बार ग्राफिक एरा एजुकेशन सोसाइटी का भी नंबर है। इन्होंने 1111 नंबर के लिए 1लाख 87 हजार रुपये की बोली लगाई।
पूर्व सीएम ने लिया 0777 का वीआईपी नंबर
वीआईपी नंबर की बोली में यूके07 एफएम 0777 नंबर पर बोली लगाकर करीब 10 हजार रुपये में खरीदने वाले उत्तराखंड के पूर्व सीएम डॉ। रमेश चन्द्र पोखरियाल भी शामिल है। इसके अलावा कई फाइनेंस कंपनी ने भी वीआईपी नंबर के लिए बोली लगाई है।
नंबर की बोली पर लगे आरोप
रविवार को वीआईपी नंबर की बोली लगाने के लिए घंटों सर्वर पर ट्राई करने वाले रमेश तोमर 0022 नंबर के लिए बोली लगा रहे थे। उनके अनुसार जैसे ही उन्होंने नंबर को चुना तो इस दौरान अचानक सर्वर ड्रॉप हो गया। जैसे ही उन्होंने दोबारा सर्च किया तो इस दौरान नंबर की बोली लग चुकी थी। उन्होंने वीआईपी नंबर की बोली में धांधली का आरोप लगाया। उनके अनुसार घंटों इंतजार करने के बाद भी उनका नंबर जैसे ही बुक हुआ। वैसे ही दूसरे के पास कैसे चला गया।
वर्जन-:
वाहन सॉफ्टवेयर पर फैंसी नंबर पूरी तरह से ऑनलाइन है। जिसमें आरटीओ ऑफिस का किसी भी तरह का इंटरफेरेंस नहीं है। इसका सर्वर भी हैदराबाद में है। ऐसे में सर्वर में गड़बड़ होने का कोई भी सवाल नहीं हो सकता है।
सुनील शर्मा, आरटीओ प्रशासन देहरादून