देहरादून (ब्यूरो)। बादल छाये रहने और दोपहर बाद हवाएं चलने के कारण थर्सडे को दून में मैक्सिमम टेंपरेचर 33.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो नॉर्मल से 1 डिग्री कम था। 2 मार्च के बाद से थर्स डे को पहली बार दून में मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से कम दर्ज किया गया था। फ्राइडे को मैक्सिमम टेंपरेचर में 2 डिग्री से ज्यादा का उछाल आया और टेंपरेचर नॉर्मल से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा 35.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मिनिमम टेंपरेचर भी नॉर्मल से 2 डिग्री ज्यादा 20.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
अगले दिनों तेज गर्मी
दून सहित राज्यभर में अब फिलहाल गर्मी से राहत की कोई संभावना नहीं है। अगले कुछ दिनों तक लगातार टेंपरेचर में बढ़ोत्तरी की संभावना जताई गई है। हालांकि मौसम विभाग ने देहरादून में थर्स डे के साथ ही फ्राइडे को भी हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया था, लेकिन इस अलर्ट का दून में कोई असर नहीं देखा गया। अगले कुछ दिनों तक अब बारिश के कोई आसार नहीं हैं।
अप्रैल भी सूखे की ओर
पिछले वर्ष मार्च और अप्रैल 13 तक मामूली बारिश के बाद 14 अप्रैल से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। लेकिन, इस बार मार्च पूरी तरह सूखा रहा, जबकि अप्रैल में अब तक सिर्फ मामूली बूंदाबांदी ही दर्ज की गई। सामान्य रूप से देहरादून में 1 मार्च से 22 अप्रैल के बीच 69.5 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार अब तक सिर्फ 2.3 मिमी बारिश ही दर्ज हुई है। यानी नॉर्मल से 97 परसेंट कम बारिश हुई है।
राज्यभर में कम बारिश
दून ही नहीं पूरे राज्य में 1 मार्च के बाद से सूखे की स्थिति है। इस दौरान सबसे ज्यादा बारिश उत्तरकाशी जिले में 14.7 मिमी दर्ज की गई, जो यहां की नॉर्मल बारिश से 85 परसेंट कम है। बागेश्वर में 11.2 और चमोली में 11.1 मिमी बारिश हुई। पौड़ी और हरिद्वार जिले में मार्च के बाद अब तक बारिश नहीं हुई है। राज्य में इस दौरान एवरेज 78.4 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार सिर्फ 6.9 मिमी बारिश हुई है। यानी नॉर्मल से 91 परसेंट कम बारिश हुई है। अगले दिनों में स्थिति और खराब होने के आसार बने हुए हैं।