देहरादून (ब्यूरो) घटना के बाद गुस्साए स्वजनों ने मौके पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने फ्लैट में तोडफ़ोड़ कर रेसकोर्स रोड पर यातायात जाम कर दिया। पुलिस ने बमुश्किल स्थिति नियंत्रित की। किशोरी के पिता की तहरीर पर नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने कारोबारी, उनकी पत्नी व एक अन्य के विरुद्ध हत्या, मारपीट, छेड़छाड़ समेत पोक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर तीनों को तत्काल हिरासत में ले लिया।

पोस्टमार्टम में मौत का कारण दम घुटना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय ङ्क्षसह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी के शरीर पर चोट के निशान नहीं आए हैं, न ही चिकित्सकों ने यौन उत्पीडऩ की बात का जिक्र किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण फांसी लगाना बताया गया है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

फ्लैट में करती थी सफाई
रेसकोर्स स्थित विधायक हॉस्टल के निकट पुरानी कार खरीदने-बेचने वाले कारोबारी अभिषेक लूथरा का फ्लैट है। उन्होंने करीब चार माह पूर्व धर्मपुर क्षेत्र की एक बस्ती निवासी 15 वर्षीय किशोरी को फ्लैट में साफ-सफाई के काम के लिए रखा था। अभिषेक की पत्नी शहर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में शिक्षका हैं। वह रोजाना की तरह सुबह ही स्कूल चली गई, जबकि फ्लैट पर अभिषेक लूथरा, उनका चालक व दो-तीन अन्य युवतियां मौजूद थी।

पत्नी समेत ड्राइवर हिरासत में
हंगामे की सूचना पर एसएसपी अजय ङ्क्षसह, एसपी नगर प्रमोद कुमार पुलिस बल समेत मौके पर पहुंचे और स्वजनों व आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया। स्वजन आरोप लगाते रहे कि कारोबारी ने किशोरी से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की है। इस स्थिति में पुलिस ने देरी न करते हुए तत्काल कारोबारी उनकी पत्नी और चालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद आक्रोशित भीड़ शांत हुई।

पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कोरोनेशन अस्पताल में तीन डॉक्टर्स के पैनल से किशोरी के शव का पोस्टमार्टम कराया व वीडियोग्राफी भी कराई। देर रात तक आरोपितों से नेहरू कॉलोनी थाने में पूछताछ की गई।

4 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी
पुलिस के अनुसार किशोरी का परिवार मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहना वाला है। कुछ वर्ष पहले परिवार काम के संबंध में देहरादून आ गया और यहां धर्मपुर में एक बस्ती में रहने लगा। किशोरी के पिता और मां मजदूरी करते हैं, जबकि परिवार का खर्च वहन करने के लिए किशोरी भी फ्लैट में साफ-सफाई का काम करने लगी। चार भाई-बहनों में किशोरी सबसे बड़ी थी। उसकी मौत के बाद छोटे भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सीसीटीवी में कैद हुई घटना
फ्लैट के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना कैद मिली। पुलिस ने जब कैमरों की रिकॉर्डिंग की जांच की तो पता चला कि किशोरी सुबह 9:27 बजे एक स्टूल लेकर शौचालय की ओर जा रही है। इसके करीब पौने घंटे बाद 10:19 बजे कारोबारी अभिषेक लूथरा व उनके चालक समेत चार-पांच लोग किशोरी को तलाशते हुए दिख रहे हैैं। इसी दौरान वह शौचालय की ओर भी गए और भीतर से किशोरी को बाहर लाते हुए दिखाई दे रहे हैैं। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग में वह सभी किशोरी को प्राथमिक उपचार देते हुए भी नजर आ रहे और उसके होश में न आने पर बाहर की तरफ ले गए। पुलिस के अनुसार कारोबारी किशोरी को कोरोनेशन अस्पताल ले गए थे और उन्होंने स्वयं ही पुलिस को घटना की सूचना दी थी।

पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
घटना के बाद बड़ी संख्या में फ्लैट के बाहर पहुंचे स्वजनों व भीड़ के आक्रोश का शिकार पुलिस को भी होना पड़ा। भीड़ ने पुलिस के विरुद्ध भी नारेबाजी की। स्वजनों का आरोप था कि पुलिस ने उन्हें काफी देर बाद घटना की सूचना दी। यही नहीं, आरोप लगाया कि उनके आने से पहले ही शव अस्पताल ले जाया गया।

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