देहरादून (ब्यूरो) मंडे को सीएम पुष्कर ङ्क्षसह धामी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में सेवा क्षेत्र के लिए नीति को स्वीकृति समेत 10 ङ्क्षबदुओं पर निर्णय लिए गए। सचिव सीएम शैलेश बगोली ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दी। बताया, सर्विस सेक्टर नीति में चिन्हित फोकस क्षेत्रों में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट को आकर्षित किया जाएगा। नीति की वैधता 31 दिसंबर, 2030 तक रहेगी। इन्वेस्टमेंट की न्यूनतम सीमा तमाम क्षेत्रों के लिए अलग-अलग है। न्यूनतम इन्वेस्टमेंट की सीमा मैदानी क्षेत्र में 5 वर्षों में 100 करोड़ से अधिक, हिल एरियाज में 50 करोड़ से अधिक रखी गई है। प्रतिबद्ध निवेश की समय सीमा पांच वर्ष निर्धारित की गई है। नीति से लाभान्वित होने वाले प्रोजेक्ट्स के लिए 25 वर्ष तक क्रियाशील रहना जरूरी होगा। नीति के तहत 10 लाख श्रमिकों का कौशल विकास करने का लक्ष्य भी रखा गया है। क्रियान्वयन नियोजन विभाग के तहत उत्तराखंड इन्वेस्टमेंट एंड इंंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट बोर्ड (यूआईआईडीबी) करेगा।

कैबिनेट के अहम फैसले
-100 मेधावियों को पीएचडी के लिए हर माह मिलेगी 5 हजार की स्कॉलरशिप।
-सेवा क्षेत्र में कुल निवेश करने वालों को 25 परसेंट या 100 करोड़ तक सब्सिडी।
-प्राइमरी टीचर बनने के लिए बीएड डिग्रीधारक पात्र नहीं, नियमावली में संशोधन।
-यूएसनगर के काशीपुर में गढ़ी नेगी को नगर पंचायत बनाने पर सहमति।
-स्वास्थ्य विभाग के तहत अटल आयुष्मान योजना में डायलिसिस सेंटर को 100 परसेंट चिकित्सा प्रतिपूर्ति को मंजूरी।
-पर्यटन विभाग के तहत राजकीय होटल मैनेजमेंट संस्थान दून व अल्मोड़ा के लिए नियमावली को हरी झंडी।
-लखवाड़ बहुद्देश्यीय परियोजना के लिए पुर्नस्थापन नीति को भी मंजूरी।
-कौशल विकास विभाग के तहत 630 करोड़ का वर्क फोर्स प्रोजेक्ट स्वीकृत।

बीएड वाले प्राइमरी टीचर नहीं बनेंगे
स्टेट में अब बीएड डिग्रीधारक प्राइमरी टीचर नहीं बन सकेंगे। डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) प्रशिक्षित ही प्राथमिक शिक्षक बनने के पात्र होंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश व राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से सभी राज्यों को 4 सितंबर, 2023 को जारी निर्देशों के क्रम में यह निर्णय लिया गया है।

आदि कैलास, ओम पर्वत के हेली दर्शन
पीएम के गत वर्ष अक्टूबर में पिथौरागढ़ जिले में कैलास की यात्रा के बाद दुनियाभर का ध्यान आकर्षित हुआ है। इसको देखते हुए कैबिनेट ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर आदि कैलास, ओम पर्वत के लिए हेली दर्शन सेवा शुरू करने को हरी झंडी दी है। सेवा के संचालन की अवधि फिलहाल छह माह की रहेगी। पांच-पांच दिवसीय टूर आयोजित किए जाएंगे।

पीपीपी मोड से चलेगा कैंसर अस्पताल
दून के हर्रावाला में बनने जा रहे कैंसर हॉस्पिटल को लेकर भी कैबिनेट ने फैसला लिया है। अब 300 बेड का अस्पताल व 200 बेड के मातृ शिशु चिकित्सा संस्थान पीपीपी मोड से संचालित होगा।

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